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उन्नाव मर्डर केस: निर्भया को न्याय दिलाने वाली एडवोकेट सीमा कुशवाहा लड़ेंगी हत्या का केस

उन्नाव,नवसत्ता: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में 2 महीने से लापता बच्ची का शव मिलने और पुलिस की ओर से समय पर कार्रवाई नहीं करने पर अधिवक्ता सीमा कुशवाहा मृतक की मां और परिवार को न्याय दिलाने के लिए उन्नाव पहुंचीं. उन्होंने पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवार की तरफ से केस को लड़ने का भी वादा किया है. इसके अलावा सीमा एसपी आवास पहुँची. जहां एसपी उन्नाव से मिलकर मामले पर बातचीत की. इसके साथ ही उनसे मामले में अब तक की हुई कार्रवाई की जानकारी ली.

वरिष्ठ अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने पीड़िता की मां से इस केस को लडऩे का वादा किया है. उन्होंने कहा कि मैं बेटियों के लिए लड़ती हूं इस बिटिया की मां को हमने चीखते देखा इसीलिए मैं यहां पर आई हूं. इनको मैं पूरा सपोर्ट कानूनी तौर पर पूरी मदद करूंगी. क्योंकि जितना मेरे हाथ में है मैं एक एडवोकेट हूं. इनकी बिटिया को न्याय दिलाने की कोशिश करूंगी और हमारी यह कोशिश रहेगी कि जिस तरीके से इस बिटिया के साथ अत्याचार किया है. उसको दफना दिया उसका मर्डर करके इन लोगों को मैं फाँसी करवाऊंगी बिल्कुल मैं सपोर्ट करूंगी.

पुलिस की कार्यशैली पर उठाए सवाल

एडवोकेट सीमा कुशवाहा ने कहा कि अभी हमारी एसपी साहब से मुलाकात हुई है. इसमें दो तीन चीजें बहुत जरूरी थी मेरा यही सवाल था कि अब तक कितने पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया. सीमा ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट, पुलिस की कार्यशैली और कार्रवाई पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा एसपी ने इस बात की लिखित जानकारी नहीं दी. उन्होंने पीजीआई के डाक्टरों से दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की भी मांग की.

पीड़िता के शव का चंदन घाट में कराया गया अंतिम संस्कार

बता दें कि बीते 11 फरवरी को दलित युवती का पूर्व सपा राज्य मंत्री स्व. फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजू सिंह के आश्रम के पास ही गड्ढे से खोदकर बरामद किया गया. इसके बाद शव देखकर मां का बुरा हाल हो गया. वहीं, पुलिस प्रशासन ने बीते बड़ी गहमागहमी के बाद युवती के शव का चंदन घाट में अंतिम संस्कार करवाया, जिसके बाद से लगातार राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है. इसके बाद दोपहर को कांग्रेस के नेता पी एल पुनिया पीड़िता के घर पहुंचे थे और मां से मुलाकात की थी.

किडनैप की लिखित शिकायत के बावजूद लिखी गुमशुदगी की रिपोर्ट

अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने बताया कि पीड़िता जब 8 दिसंबर को या किडनैप की गई और इन्होंने जब लिखित में शिकायत दी थी कि हमारी बिटिया को किसी ने किडनैप किया है सीधे इन्होंने नाम लिया है राजोल का और उस गुमशुदगी की रिपोर्ट मैं भी यह नाम मेंशन है. उसके बावजूद इन्होंने जो रिपोर्ट लिखी गुमशुदगी की लिखी यह कहते रहे कि तुम्हारी बेटी कहीं भाग गई होगी आ जाएगी वापस. उसके बाद पुलिस ने जब लिखी वह रिपोर्ट कुछ दिन बाद वो लिख दिया है अपहरण हो गया. अगर अपहरण मां चीख चीख कर यह बता रही है कि पूर्व मंत्री रह चुके उनका बेटा है जो राजोल उसने बेटी का अपहरण किया है. इसके बाद भी इन लोगों ने गिरफ्तार नहीं किया. इसके बावजूद भी डीएसपी ने कोई कार्रवाई नहीं की. अभी तक सीओ का सस्पेंशन क्यों नहीं हुआ.

अभी तक क्यों नहीं हुआ डीएसपी का सस्पेंशन

बता दें कि इनकी मां का भी कहना है अभी एसपी साहब से बात करके आयी है सीओ का भी सस्पेंस हमें चाहिए पहली बात दूसरा जो आपने सस्पेंड किया है लोगो को उस चीज को पुलिस प्रशासन है. यहां के एसपी साहब है वह आकर मीडिया को एक प्रेस रिलीज करके बताएं कि हमने अभी तक क्या-क्या कार्रवाई की है जिम्मेदारी है आपकी पुलिस की सबसे बड़ी कमी इस केस में दिख रही है. शुरुआत से दूसरा जिस दिन एफआईआर दर्ज हुई उस पर तत्काल एक्शन लेना चाहिए. जो एससी/एसटी एक्ट कहता है मुआवजे के बारे में कहता है, सीमा ने बताया कि फिलहाल उनका कहना है कि भेज दिया गया है लेकिन परिवार को नहीं पता है कि मुआवजा आया कि नहीं यह मां गरीब परिवार है.

परिजनों ने उठाई दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग

वहीं, पीड़िता की मां का कहना है जब यह समझ नहीं आ रहा है की डेड बॉडी कब की है बिटिया को मारा कब गया है या 40 दिन पहले अगर मर्डर हुआ उसे दफना दिया गया तो बॉडी अभी तक डीकंपोज कैसे नहीं हुई. हालांकि परिवार की मांग है कि लखनऊ पीजीआई से एक टीम दुबारा जांच करे और पोस्टमार्टम फिर से किया जाए परिवार के पास में सुविधाएं नहीं है कि कैसे करके यह आगे अपना मुकदमा लड़ेंगी सारी चीजें उनको यह सुविधा दी जाए. इस दौरान सीमा ने कहा कि अन्य धाराएं बढ़ाई जाए एसपी साहब से मेरी बात हुई है अभी तक जो एफआईआर दर्ज है परिवार के पास उसने किडनैपिंग की धाराएं लगी हुई हैं जिस दिन 11 तारीख को बिटिया की डेड बॉडी मिली उसमें कौन-कौन सी धाराएं लगाई वैसे साहब ने बताया है कि हमने आईपीसी की धाराएं 302, 34, 201 बढ़ाई है यह सारी धाराएं उन्होंने बढ़ाई है. हालांकि सीमा का कहना है कि मैं बेटियों के लिए लड़ती हूं. इसीलिए मैं यहां पर आई हूं इनको मैं पूरा सपोर्ट करूंगी.

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