बस्ती,नवसत्ता : यूपी के बस्ती जिले में मनरेगा योजना में ग्राम प्रधान ने मुर्दे का नाम दिखाकर मजदूरी की रकम हड़पने का मामला सामने आया है।
बता दें कि कोरोना महामारी की वजह से योगी सरकार मजदूरों को गांव में ही काम मुहैया करा रही है। सरकार का दावा है कि लॉकडाउन में मनरेगा के तहत लाखों लोगों को रोजगार दिया जा चुका है।
इसी क्रम में बस्ती जिले में एक साल पहले मर चुके बच्चू लाल के नाम पर मनरेगा के तहत 14 दिन का काम दिखाकर 2856 रुपये ग्राम प्रधान ने हड़प लिए। प्रधान पर लालगंज सरहद से कटिया सरहत तक मिट्टी के काम के बहाने भी पैसा हड़पने का आरोप है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि ये काम सिर्फ कागजों में ही दिखाया गया है। असल में कोई काम हुआ ही नहीं है।
दावा किया जा रहा है कि अधिकारियों की मिलीभगत से मुर्दों को भी मनरेगा के तहत रोजगार दिया जा रहा है। ग्राम पंचायत सदस्य राजेश कुमार ने खंड विकास अधिकारी कूदरहा और मुख्य विकास अधिकारी से मामले की शिकायत कर जांच की मांग की है। ग्राम पंचायत सदस्य राजेश कुमार ने अपनी शिकायत में कहा है कि कोप ग्राम प्रधान ने एक मुर्दे को काम दिलावने के नाम पर पैसा लूट लिया।
जाहिर है कि इस तरह की धांधली सामने आने के बाद अगर जांच की जाए तो रोजगार देने की सच्चाई सामने आ जाएगी। खंड विकास अधिकारी ने धांधली की शिकायत मिलने की बात कही है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि मनरेगा योजना के तहत गांवों में ही मजदूरों को काम मुहैया कराया जाता है। मजदूरों को इस योजना के तहत एक साल में 100 दिन के काम की गांरटी दी जाती है। ग्रामीण इलाकों के बेरोजगार लोगों के लिए योजना सरकार की तरफ से चलाई जा रही है। अब तक लाखों मजदूरों को इसका फायदा मिल चुका है।