मुम्बई, नवसत्ताः महाराष्ट्र में आज राजनीति में बड़े बदलाव हुए, एनसीपी के नेता अजित पवार ने आज एनसीपी से इस्तीफा देकर एनडीए में शामिल हो गए, बता दे कि अजित पवार ने आज राजभवन में ठीक ढाई बजे शिवसेना के एकनाथ शिंदे की सरकार में डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। इस अवसर पर राजभवन में शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडवणीस मौजूद थे।
वहीं अजित पवार को डिप्टी सीएम की शपथ दिलाने के बाद और 8 विधायकों को शपथ दिलाई गई। जिनमें छगन भुजबल, धनंजय मुंडे, अनिल पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल, धर्मराव अत्राम, सुनील वलसाड, अदिति तटकरे और हसन मुश्रीफ शामिल रहें।
बता दे कि आज सुबह ही एनसीपी नेता अजित पवार ने अपने आवास पर राकांपा नेताओं की बैठक बुलाई। इसमें पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल भी शामिल हुए थे। बैठक के ठीक बाद अजित पवार सीधे राजभवन पहुंच गए। जहां उन्हें और उनके समर्थकों को 3 बजे तक शपथ दिलाई गई। आज से अजित पवार एनडीए में डिप़्टी सीएम का कार्यभार संभालेगें।
मिली जानकारी के मुताबिक, अजित पवार के आवास पर हुई मीटिंग के बारे में ऐसा कहा जा रहा है कि इस मीटिंग के बारे में शरद पवार को कोई जानकारी नहीं थी। खबरों की माने तो चाचा-भतीजे में काफी समय से मन मोटाव चल रहा हैं। पहली बार तब जब पार्टी संगठन में हुए फेरबदल को लेकर है। शरद पवार ने 10 जून यानी पार्टी के 25वें स्थापना दिवस पर बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष समेत विभिन्न राज्यों का प्रभार दे दिया। इसके बाद अजित पवार की नाराजगी की खबरें आईं। हालांकि, उन्होंने इससे इनकार किया था। शरद पवार ने भी कहा कि अजित पहले से ही विपक्ष के नेता के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वे राज्य देखेंगे।
दूसरा 2 मई को जब शरद पवार ने एनसीपी अध्यक्ष पद छोड़ा था तो इस बात की संभावना थी कि अजित पवार को पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है। जब पार्टी नेताओं और समर्थकों ने शरद पवार के फैसले का विरोध किया तो अजित ने खुलेआम कहा था कि इस विरोध से कुछ नहीं होगा। पवार साहब अपना फैसला नहीं बदलेंगे। हालांकि 4 दिन में ही पवार ने अपना इस्तीफा वापस ले लिया। वे जब इस बात की जानकारी मीडिया को देने आए तो अजित पवार वहां मौजूद नहीं थे। तब इस बात की चर्चा थी कि अजित शरद पवार के फैसले से नाराज हैं।