नई दिल्ली,नवसत्ता: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश में पिछले 24 घंटों में 11,919 नए केस दर्ज किए गए हैं. वहीं 470 मरीजों ने इस दौरान कोरोना संक्रमण के चलते मौत हो गई है. पिछले 24 घंटों में 11,242 मरीज रिकवर भी हुए हैं. वहीं इस दौरान एक्टिव केसलोड 1,28,762 है. ये कुल मामलों का 1प्रतिशत से भी कम है. इस वक्त ये 0.37प्रतिशत दर्ज किया गया है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद का कहना है कि देश की टेस्टिंग कैपिसिटी को बड़े पैमाने पर बढ़ाया गया है. देश में अब तक 62,82,48,841 कोविड-19 टेस्ट किए गए हैं. अब तक किए गए कुल टेस्ट में से पिछले 24 घंटों में 12,32,505 सैंपल्स को टेस्ट किया गया है. वहीं बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में 24 घंटों में 10,197 नए कोरोना मामले सामने आए थे. राष्ट्रव्यापी वैक्सीनेशन अभियान के तहत अब तक 113.68 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज दी जा चुकी हैं.
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी. वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे. देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे.
पिछले दिनों देश ने एक के बाद एक कई त्योहार मनाए हैं और उनमें घनघोर लापरवाही बरती गई. अब फिक्र ये उठ रही है कि हमने दिवाली और छठ तो धूमधाम से मना लिया, लेकिन क्या अब क्रिसमस भी वैसे ही मना पाएंगे? नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक एंड सोशल रिसर्च की एक रिपोर्ट में भारत में तेजी से संक्रमण बढऩे का खतरा जताया गया है. रिपोर्ट में आर-वैल्यू को आधार बनाया गया है, जिससे ये पता चलता है कि एक संक्रमित से कितने व्यक्ति संक्रमित हो सकते हैं और इस लिहाज से चार राज्य ऐसे पाए गए हैं, जहां आर-वैल्यू पूरे देश के औसत से ज्यादा है.