चण्डीगढ़,नवसत्ता: पंजाब में सियासी घमासान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि उन्होंने कांग्रेस में बने रहने की बात कही है. सिद्धू ने अपना इस्तीफा कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजा है.
सिद्धू ने अपने इस्तीफे की घोषणा करने की जानकारी ट्विटर के जरिए दी. उन्होंने ‘सोनिया गांधी को लिखी चिट्ठी में कहा, किसी के चरित्र के पतन की शुरुआत समझौते से होती है. मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के कल्याण के एजेंडे पर कभी समझौता नहीं कर सकता. इसलिए मैं पंजाब कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देता हूं. कांग्रेस की सेवा करता रहूंगा.’
दरअसल, कैप्टन अमरिंदर सिंह के राज्य के मुख्यमंत्री के पद से हटने के बमुश्किल 10 दिन बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा दे दिया. पंजाब कांग्रेस इकाई में चल रहा संकट पार्टी के लिए अशुभ साबित हो सकता है क्योंकि वह 2022 के विधानसभा चुनावों में फिर से चुनाव की तैयारी कर रही है. साथ ही साथ सिद्धू को पंजाब कांग्रेस की कमान संभाले अभी करीब दो महीने ही हुए थे.
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 28, 2021
बताया जा रहा है कि अमृतसर के पुलिस कमिश्नर नवजोत सिंह सिद्धू से पूछे बिना हटाए जाने और नया कमिश्नर लगाए जाने से भी सिद्धू नाराज थे. वहीं, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की ओर से पिछले कुछ दिनों से लगातार नवजोत सिंह सिद्धू को साइडलाइन किया जा रहा था और अपने साथ किसी भी सरकारी कार्यक्रम में नहीं बुलाया जा रहा था.
सूत्रों के मुताबिक, सुखजिंदर सिंह रंधावा को गृह मंत्रालय दिए जाने से भी सिद्धू नाराज हो गए. सिद्धू को उम्मीद थी जब जट सिख चेहरे के तौर पर सुखजिंदर सिंह रंधावा का नाम आगे किया गया और उसके बावजूद उनको सीएम नहीं बनाया गया तो आलाकमान बतौर जट सिख और लोकप्रिय चेहरे के नाम पर विचार करेगा लेकिन ऐसा नहीं होने से भी नवजोत सिंह सिद्धू नाराज थे.