Navsatta
खास खबरदेशफाइनेंसराज्य

सड़क परिवहन मंत्रालय ने शुरू की बीएच सीरीज की नई नंबर प्लेट

नई दिल्ली,नवसत्ता: सड़क परिवहन मंत्रालय ने वाहनों के पंजीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब बीएच सीरीज की गाड़ी जिसके पास होगी अगर उसका ट्रांसफर किसी दूसरे राज्य में होता है तो उसे वहां दोबारा रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही इसके जरिए रक्षा कर्मियों, केंद्र और राज्य सरकारों के कर्मचारियों को बड़ी राहत मिलेगी।

मंत्रालय के बयान के अनुसार, वाहनों के पंजीकरण के लिए आईटी आधारित समाधान इस दिशा में एक प्रयास है। एक राज्य से दूसरे राज्य में स्थानांतरण पर वाहनों का पुन: पंजीकरण कराने की जरूरत होती थी, जो काफी परेशानी वाला काम होता था।

बीएच सीरीज के पंजीकरण का फॉर्मेट

बीएच सीरीज का रजिस्ट्रेशन नंबर- वाईवाई बीएच 0000एक्सएक्स (YY BH 0000XX) होगा। यहां वाईवाई (YY) से आशय पहले पंजीकरण के वर्ष से होगा। बीएच भारत श्रृंखला का कोड होगा। जबकि 0000 चार अंकों की संख्या और एक्सएक्स दो अक्षर होंगे।

नई सीरीज के लिए कौन कर सकता है अप्लाई ?

बीएच-सीरीज के तहत वाहन पंजीकरण की यह सुविधा स्वैच्छिक आधार पर रक्षा कर्मचारियों, केंद्र या राज्य सरकारों, या निजी क्षेत्र की कंपनियों में काम करने वाले व्यक्तियों के लिए उपलब्ध होगी, इस नई सीरीज के तहत जिनके ऑफिस चार या अधिक राज्यों में है उनके कर्मचारी अप्लाई कर सकते हैं। सरकारी और प्राइवेट दोनों ही जगहों पर काम करने वाले लोग इसके लिए अप्लाई कर सकते हैं। यह योजना स्वैच्छिक है अनिवार्य नहीं है।

बीएच सीरीज के लिए कितना होगा खर्चा ?

अधिसूचना के अनुसार, बीएच सीरीज के निजी वाहनों के रजिस्ट्रेशन के समय राज्य या केंद्र शासित प्रदेश 10 लाख रुपये तक के वाहन पर 8 प्रतिशत का मोटर वाहन टैक्स लेंगे। जबकि 10 से 20 लाख रुपये के वाहन पर यह टैक्स 10 प्रतिशत और 20 लाख रुपये से अधिक के वाहन पर 12 प्रतिशत देना होगा। डीजल वाहनों पर दो प्रतिशत अधिक टैक्स लगेगा, जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों पर 2 प्रतिशत कम शुल्क लगेगा।

जानिए बीएच नंबर के लाभ

वर्तमान समय में अलग-अलग राज्यों में रोड टैक्स अलग है। इस नए सिस्टम के बाद दोबारा से रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी और आरटीओ ऑफिस के चक्कर भी नहीं काटने होंगे। सीधे और आसान शब्दों में बीएच सीरीज की गाड़ी बेफिक्र होकर अब किसी भी राज्य में ले जाइए और रजिस्ट्रेशन का झंझट भी खत्म हो जाएगा। सबसे अधिक राहत उन लोगों को मिलेगी जिनका ट्रांसफर होता रहता है और उन्हें अपने साथ गाड़ी ले जानी होती है। वहां दोबारा रजिस्ट्रेशन की दिक्कत रहती है।

Posted By : Ruchi Mishra

संबंधित पोस्ट

बारिश के मौसम में बीमार होने से बचना है, तो याद रखें ये चीजें

navsatta

शायर मुनव्वर राना की बिगड़ी तबीयत, एसजीपीजीआई में कराई जांच

navsatta

नरोत्तम ने सभी पात्र लोगों को आगे आकर वैक्सीन लगवाने की अपील

navsatta

Leave a Comment