लखनऊ,नवसत्ता : पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर द्वारा नई राजनीतिक पार्टी बनाने का ऐलान करने के कुछ घंटे बाद लखनऊ पुलिस ने शुक्रवार को दोबारा हाउस अरेस्ट कर लिया। इसकी जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट के जारिए दी।
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, मेरे अयोध्या गोरखपुर यात्रा के निकट आते व नयी राजनैतिक पार्टी की घोषणा करते ही फिर नजरबंद कर दिया गया। अजीबोगरीब स्थिति ! मानो कानून का नहीं व्यक्ति विशेष का राज हो! इतना डर क्यों सरकार?
मेरे अयोध्या गोरखपुर यात्रा के निकट आते व नयी राजनैतिक पार्टी की घोषणा करते ही फिर नज़रबंद.
अजीबोगरीब स्थिति ! मानो कानून का नहीं व्यक्ति विशेष का राज हो !
इतना डर क्यों सरकार ? pic.twitter.com/Xj6honduVz
— AmitabhThakur (@Amitabhthakur) August 27, 2021
इससे पहले उन्होंने राजनैतिक पार्टी का गठन करने के लिए लोगों से राय मांगी थी। उन्होंने कहा था, तमाम सहयोगियों, शुभेक्षु व जानकार लोगों द्वारा लगातार दिए गये परामर्श, राय, मंतव्य व विचार-विमर्श के बाद हम साथियों ने मिलकर एक नयी राजनैतिक पार्टी का गठन करने का निर्णय लिया है. सहयोगियों के साथ मिलकर पार्टी गठन की कार्यवाही प्रारंभ की जा रही है।
गौरतलब है कि 21 अगस्त को भी पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को नजरबंद कर दिया था। पिछले दिनों अमिताभ ठाकुर ने सीएम योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लडऩे का ऐलान किया था। इससे पहले भी अमिताभ ठाकुर ने ट्वीट कर चुनाव लडऩे का ऐलान किया था। उन्होंने लिखा था, ‘कई साथी कह रहे हैं कि आप योगी जी के खिलाफ चुनाव लड़ जाइए। विचार बुरा नहीं है। वैसे मैं भी जानता हूं कि मुझे वोट बहुत ही कम मिलेंगे, नाममात्र के, क्योंकि मुझमें नेताओं वाले गुण नहीं हैं, पर इतना जरूर है कि उस चुनाव में योगी जी से आचार संहिता का पूर्ण पालन जरूर करवा दूंगा।’
बता दें कि 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे अमिताभ ठाकुर मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं।उनका करियर काफी विवादों से घिरा रहा। वह कई जिलों में एसपी रहे। अमिताभ ठाकुर नेशनल आरटीआई फोरम के संस्थापक भी रहे हैं। उनकी पत्नी भी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। साल 2015 में अमिताभ ठाकुर ने उस वक्त सनसनी फैला दी थी, जब पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर धमकी देने का आरोप लगा दिया था। वह सर्विस में रहते हुए सरकारों के खिलाफ मुखर रहे। इसी साल उन्हें जबरन रिटायर कर दिया है।