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भीड़ के प्रतीक कुम्भ मेले का सुपर डिजिटल कंट्रोल रूम नीलधारा

हरिद्वार, 09 अप्रैल (वार्ता) उत्तराखंड की धर्मनगरी हरिद्वार से लेकर देहरादून के ऋषिकेश तक फैले भीड़ के प्रतीक कुम्भ मेले में व्यवस्थाओं का क्रियान्वयन निश्चित रूप से असम्भव नहीं, तो सहज भी नहीं है। ऐसे में अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग मेला पुलिस प्रशासन के लिये बहुत मददगार साबित हो रहा है।
कुम्भ 2021 कई मायनों में अद्भुत है। इसी श्रंखला में सुपर डिजिटल बनाया गया कुम्भ मेला पुलिस कंट्रोल रूम कोविड चुनौती के मध्य भीड़ नियंत्रण (क्राउड कंट्रोल) करते हुये अचम्भित कर देने वाला है। कृत्रिम बुद्विमत्ता (आर्टीफिशियल इंटेलीजेंसी) वाली यह अत्याधुनिक प्रणाली अपने आप में अद्भुत है। जिसमें जनता की भीड़ के अतिरिक्त, वाहनों की गणना तक सहज और सरलता से हो पा रही है। यहां तक कि चेहरों को भी सरलता से पहचाना जा सकता है।
कुम्भ मेले के पुलिस मीडिया प्रकोष्ठ के प्रभारी निरीक्षक प्रवीण आलोक बताते हैं कि वाहन गणना फीचर के माध्यम से बॉर्डर अथवा पार्किंग पर आने वाले अलग अलग प्रकार के वाहनों की गिनती कंट्रोल रूम से कर सकते है। उन्होंने बताया कि जनता की गणना से गंगा घाटों अथवा कुम्भ क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं की गिनती की जा सकेगी। जिससे सुरक्षित कुम्भ संचालन में अनेक प्रकार की सहायता प्राप्त हो पाएगी।
श्री आलोक के अनुसार इस अत्याधुनिक आर्टीफिशियल इंटेलीजेंसी सिस्टम के फेस मास्क डिडेक्ट फीचर से कोविड मुक्त कुम्भ के प्रयास में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि यदि किसी स्थान पर कोई बिना मास्क के पाया जाता है तो कंट्रोल रूम तत्काल ही निकटम सुरक्षाकर्मी को सूचना प्रेषित करेगा। उसे मास्क पहनने हेतु कहेगा। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त इस सिस्टम में सबसे सशक्त फीचर क्राउड डिडेक्टर है। इससे पता चलता है कि यदि किसी स्थान पर निर्धारित मानक से अधिक व्यक्ति इकठ्ठा होते है तो कंट्रोल रूप को अलर्ट अलार्म मिल जाएगा और उस घाट अथवा स्थान को सामान्य आवाजाही के लिए सुनिश्चित किया जाएगा।

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