Navsatta
खास खबरमुख्य समाचार

राजधानी में बिना फायर एनओसी के चल रहे दर्जनों नर्सिंग होम्स

मिर्जापुर के किसी भी पूजा पंडाल को फायर विभाग की एनओसी नहीं
नवसत्ता की पड़ताल

गौरव जायसवाल
लखनऊ,नवसत्ताः राजधानी सहित आसपास कस्बों तक संचालित नर्सिंग होम्स नियम और कानून को ताक पर रखकर संचालित हो रहे हैं। दर्जनों की संख्या में निजी अस्पताल बिना फायर एनओसी के संचालित हैं। निजी अस्पतालों में जो फायर फाइटिंग उपकरण लगे हैं उनकी भी जांच सालों से नहीं हुई। राजधानी के अभी हाल ही में लेवाना होटल में लगी आग ने सरकारी सिस्टम की पोल खोल कर रख दी थी और सारे विभागों में कुछ दिनों के लिए हड़कंप मच गया था। इस बीच मिर्जापुर से चैंकाने वाली रिपोर्ट हमारे संवाददाता अमरनाथ सेठ ने भेजी है। रिपोर्ट से उजागर हुआ कि किसी भी पूजा पण्डाल ने फायर की एनओसी नहीं ली। प्रशासन भी सो रहा है वह तभी हरकत में आता है जब कोई बड़ी घटना घट जाती है।

आज सुबह आगरा के निजी हॉस्पिटल में आगजनी के बड़े मामले को खुद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना की और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को घायलों को तत्काल अस्पताल ले जाने और उनका उचित इलाज कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की। साथ ही जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को मौके पर जाकर राहत कार्य युद्धस्तर पर कराने के निर्देश दिए हैं

प्राइवेट अस्पतालों में फायर फाइटिंग की सुविधा को लेकर नवसत्ता संवाददाता ने लखनऊ के मुख्य अग्निशमन अधिकारी आर सी राय से बात की उन्होंने बताया कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी के द्वारा जो भी हमें निर्देश मिलेंगे हम उन प्राइवेट नर्सिंग होम्स पर कार्रवाई करेंगे जिन पर फायर फाइटिंग के कोई भी उपकरण नहीं लगे हुए हैं या उन्होंने फायर फाइटिंग विभाग से एनओसी नहीं ले रखी है एनओसी को मद्देनजर रखते हुए साफ-सुथरी जांच कराई जाएगी जिससे आगजनी के मामले नर्सिंग होम में ना हो। हमें भी अगर निजी अस्पताल में अग्निशमन उपकरण संबंधित कोई शिकायत मिलती है तो हम उस पर कार्यवाही करेंगे।

 

आगरा के नर्सिंग होम मे आग लगने से मची अफरा-तफरी डाक्टर समेत तीन की मौत

उत्तर प्रदेश के आगरा में बुधवार सुबह 5 बजे आर मधुराज नर्सिंग होम में आग लग गई। इस हादसे में नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर राजन, उनकी बेटी और बेटे की दम घुटने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि डॉक्टर अपने परिवार के साथ नर्सिंग होम की पहली मंजिल पर रहते थे। आग लगने से नर्सिंग होम के भीतर धुआं फैल गया, जिससे मरीजों में भगदड़ मच गई। देखते ही देखते आग की तेज लपटों ने नर्सिंग होम के बड़े हिस्से को चपेट में ले लिया

और हर तरफ चीख पुकार मच गई। नर्सिंग होम में इलाज करा रहे मरीजों को गंभीर हालत में कड़ी मशक्कत से बाहर निकालकर दूसरे अस्पताल में भेजा गया। जानकारी के मुताबिक अग्निकांड के समय 7 मरीज और 5 कर्मचारी अस्पताल में मौजूद थे। जिनमें तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। बता दें कि नर्सिंग होम ग्राउंड फ्लोर पर है, जबकि संचालक डॉक्टर राजन अपने परिवार के साथ फर्स्ट फ्लोर पर रहते हैं। हादसे के बाद नर्सिंग होम संचालक डॉक्टर राजन उनकी बेटी सिमरन, बेटा ऋषि आग में फंस गए थे। तीनों को निकालकर सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया था। लेकिन इलाज के दौरान डॉक्टर और उनकी 14 साल की बेटी और बेटे की मौत हो गई।

मिर्जापुर में आधा दर्जन स्थानों पर बंद कराए गए पूजा पंडाल

अमरनाथ सेठ
मिर्जापुर,नवसत्ताः विगत 2 अक्टूबर को पड़ोसी जनपद भदोही के औराई में पूजा पंडाल में अचानक लगी आग से झुलस कर हुई जनधन की हानि मामले में प्रदेश शासन द्वारा कड़ा रुख अख्तियार करते हुए जांच के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के पैरों तले से उस वक्त जमीन खिसक गई जब उन्हें इस बात का पता चला कि समूचे जिले में जगह जगह स्थापित किए गए पूजा पंडालों में किसी भी संस्था ने ना तो फायर विभाग की एनओसी ली है न ही विद्युत विभाग से कोई वैध कनेक्शन ही लिए गए हैं। जबकि औराई की घटना में इस बात का खुलासा हुआ है कि हैलोजन बल्ब के ओवरहीट होने के कारण पंडाल की सजावट में अधिक मात्रा में लगाए गए प्लास्टिक की पन्नियों तथा कागज के कारण आग लगी थी। जिले के मुख्य अग्निशमन अधिकारी शंकर शरण राय का कहना है कि औराई की घटना से सबक लेते हुए नगर क्षेत्र में मानक के विपरीत बनाए गए पांच-छह पूजा पंडालों को बंद करा दिए गए हैं जबकि अन्य को अग्नि से बचाव के नियमों का अनुपालन की चेतावनी दी गई है किंतु यह पूछे जाने पर कि जिले में कुल कितने पूजा पंडाल स्थापित किए गए हैं इस बात का जवाब देने की बजाए सीएफओ बगलें झांकते नजर आए। इतना ही नहीं केवल मिर्जापुर नगर क्षेत्र के विभिन्न मोहल्लों में पचासों की संख्या में खोले गए मैरिज हाल तथा गेस्ट हाउस व होटलों में अधिकांश की भौतिक स्थिति मानक के विपरीत तथा एनओसी विहीन होने के बारे में सीएफओ ने दूरभाष पर अधिक जानकारी देने से मना करते हुए कार्यालय समय में मिलने का न्योता दिया।

संबंधित पोस्ट

पंचायत चुनाव: चौथे चरण में 17 जिलों में पड़ेंगे वोट

navsatta

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्थापना दिवस पर स्वयंसेवकों ने किया पथसंचलन

navsatta

पंजाबी रीति रिवाज से 17 अप्रैल को शादी के बंधन में बंध जायेंगे रणबीर-आलिया

navsatta

Leave a Comment