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खुशनुमा जिंदगी के रंग

हर युवा की आकांक्षा होती है कि उसका जीवन सफल, सुखद और आनंदमय हो, उसमें उमंग उत्साह की इंद्रधनुषी छटा हो, लेकिन जिंदगी खुशहाल कैसे बने, सफलता कैसे हासिल हो। आज अंतरराष्ट्रीय युवा दिवस पर इसी विषय पर केंद्रित पेंट दी कैनवस ऑफ लाइफ नामक ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन ब्रह्माकुमारीज गोमती नगर केंद्र द्वारा किया गया।

आई आई एम के प्रोफेसर डॉ देवाशीष के स्वागत भाषण के उपरांत सेंटर इंचार्ज राजयोगिनी बीके राधा बहन ने अपने आशीर्वचन में युवाओं को खुशुबूदर फूलों का बगीचा बताते हुएदेश का उज्जवल भविष्य बताया, उन्होंने कहा श्रेष्ठ व्यक्तित्व के निर्माण में तथा जीवन को सही दिशा देने मेंअध्यात्म का बहुत महत्वपूर्ण रोल है। श्रेष्ठ व्यक्तित्व वाले युवा ही राष्ट्र का स्वर्णिम नव निर्माण कर सकते हैं।

कार्यशाला में प्रतिभागियों को तीन प्रश्न दिए गए। आपके लिए जीवन में सफलता का क्या अर्थ है, आप खुश रहने के लिए क्या करते हैं तथा क्या युवाओं के लिए अध्यात्मिकता जरूरी है यदि हां तो क्यों? प्रतिभागियों ने कुछ समय मंथन के बाद अपने विचार साझा किए। जिसके बाद बहुमुखी प्रतिभा के धनी प्रमुख वक्ता प्रोफेसर ई. वी. गिरीश ने अपने अनूठे और अत्यंत प्रभावी अंदाज में जीवन में खुशियों के रंग भरने के गुर बताएं। उन्होंने उमंग उत्साह पूर्ण दृष्टांतो से स्पष्ट किया खुशी तो मन की स्वाभाविक स्थिति है, इसे जागृत रख हर कार्य में सकारात्मक सोच अपनाने से जीवन सफल और खुशहाल रहता है।

कार्यक्रम में HCL Lucknow ओकीनावा इलेक्ट्रिक, आर्क हायरिंग, Cinepolis आदि के युवा कर्मियों सहित 200 से अधिक युवाओं ने सहभागिता की। राजयोगिनी स्वर्णलता बहन ने अंत में बहुत प्रभावी मेडिटेशन कराया। कार्यक्रम का कुशल संचालन कैरियर काउंसलर शोभित नारायण अग्रवाल ने किया।

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