अमर प्रताप सिंह
रायबरेली,नवसत्ता: महाराज थाना इलाके के थुलवासां चौकी इंचार्ज आशीष तिवारी की सक्रियता से एक विछिप्त महिला को परिजनों से मिलवाया जा सका है। विछिप्त महिला बिहार की बताई जा रही है।
दरअसल महुवावं थाना ओबरा जनपद औरंगाबाद बिहार की रहने वाली अनीता देवी पत्नी सुरेंद्र साहू अपनी बेटी शोभा पुत्री सुरेंद्र जो की दोनों मानसिक विक्षिप्त है, कुछ दिनों पहले अपने माइके जनपद बरेली के लिए निकली थी। वह गलती से बरेली की जगह रायबरेली आ पहुंची यहां आकर मां से उसकी बेटी शोभा भी बिछड़ गई। विगत दिनों ग्रामीणों द्वारा चौकी इंचार्ज थुलवासां आशीष तिवारी को सूचना दी गई। बताया गया एक महिला लवारिस हालत में क्षेत्र में घूम रही है। मौके पर पहुंचकर चौकी इंचार्ज ने महिला से उसका नाम पता पूछा। उसने अपना नाम अनीता निवासी उपरोक्त बताया जिसे बीते एक जून को चौकी इंचार्ज द्वारा अनीता के परिजनों से सम्पर्क साधकर उसे सकुशल उसके मूल पते पर भेज दिया गया था। अपने मां और परिजनों से बिछड़ी मानसिक विक्षिप्त शोभा भी भूखीं प्यासी इधर उधर भटकती रही थी और संयोग वश भटकते हुए विगत दिनों थुलवासां चौकी क्षेत्र वो भी आ पहुंची जिसकी सूचना ग्रामीणों ने चौकी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा शोभा को चौकी लाया गया। चौकी इंचार्ज ने मानसिक विक्षिप्त शोभा के परिजनों से संपर्क कर सूचना दी। तब तक के लिए रहने खाने का इंतजाम कोतवाली में उनके द्वारा करा दिया गया। बुधवार को कोतवाली पहुंचे मानसिक विक्षिप्त के चाचा चंद्रेश्वर प्रसाद को सकुशल उसे सौंप दिया गया। परिजनों को देखकर विक्षिप्त महिला भावुक हो उठी। वहीं उसके चाचा ने चौकी इंचार्ज व उनकी टीम की भूरि भूरि प्रशंसा की। मामले में कोतवाली प्रभारी रेखा सिंह ने बताया कि औरंगाबाद बिहार की रहने वाली एक महिला व उसकी पुत्री अपने परिजनों से बिछड़ गई थीं। पहले महिला को और आज उसकी बेटी को उनके परिजनों से मिला दिया गया है।
रायबरेली,नवसत्ता: महाराज थाना इलाके के थुलवासां चौकी इंचार्ज आशीष तिवारी की सक्रियता से एक विछिप्त महिला को परिजनों से मिलवाया जा सका है। विछिप्त महिला बिहार की बताई जा रही है।
दरअसल महुवावं थाना ओबरा जनपद औरंगाबाद बिहार की रहने वाली अनीता देवी पत्नी सुरेंद्र साहू अपनी बेटी शोभा पुत्री सुरेंद्र जो की दोनों मानसिक विक्षिप्त है, कुछ दिनों पहले अपने माइके जनपद बरेली के लिए निकली थी। वह गलती से बरेली की जगह रायबरेली आ पहुंची यहां आकर मां से उसकी बेटी शोभा भी बिछड़ गई। विगत दिनों ग्रामीणों द्वारा चौकी इंचार्ज थुलवासां आशीष तिवारी को सूचना दी गई। बताया गया एक महिला लवारिस हालत में क्षेत्र में घूम रही है। मौके पर पहुंचकर चौकी इंचार्ज ने महिला से उसका नाम पता पूछा। उसने अपना नाम अनीता निवासी उपरोक्त बताया जिसे बीते एक जून को चौकी इंचार्ज द्वारा अनीता के परिजनों से सम्पर्क साधकर उसे सकुशल उसके मूल पते पर भेज दिया गया था। अपने मां और परिजनों से बिछड़ी मानसिक विक्षिप्त शोभा भी भूखीं प्यासी इधर उधर भटकती रही थी और संयोग वश भटकते हुए विगत दिनों थुलवासां चौकी क्षेत्र वो भी आ पहुंची जिसकी सूचना ग्रामीणों ने चौकी पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस द्वारा शोभा को चौकी लाया गया। चौकी इंचार्ज ने मानसिक विक्षिप्त शोभा के परिजनों से संपर्क कर सूचना दी। तब तक के लिए रहने खाने का इंतजाम कोतवाली में उनके द्वारा करा दिया गया। बुधवार को कोतवाली पहुंचे मानसिक विक्षिप्त के चाचा चंद्रेश्वर प्रसाद को सकुशल उसे सौंप दिया गया। परिजनों को देखकर विक्षिप्त महिला भावुक हो उठी। वहीं उसके चाचा ने चौकी इंचार्ज व उनकी टीम की भूरि भूरि प्रशंसा की। मामले में कोतवाली प्रभारी रेखा सिंह ने बताया कि औरंगाबाद बिहार की रहने वाली एक महिला व उसकी पुत्री अपने परिजनों से बिछड़ गई थीं। पहले महिला को और आज उसकी बेटी को उनके परिजनों से मिला दिया गया है।