कानपुर, नवसत्ताः यूपी के कानपुर से एक मुस्लिम युवक ने सीएम योगी से मद्द की गुहार लगाते हुए कहा कि वह सनातन धर्म अपनाना चाहता है लेकिन उसके ससुराल वाले उसे प्रताड़ित कर रहे है योगी जी प्लीज मुझे सनातन धर्म में शामिल करा दीजिए और इन पापियों से मुझे बचा लीजिए।
आपको बता दे कि यह मामला कानपुर से सामने आया है जिसमें मुस्लिम युवक (जुनैद) नाम के लड़के ने सीएम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सनातन धर्म में शामिल कराने की गुहार लगाई। जुनैद का अरोप है कि उसके सास-ससुर और साले सनातन धर्म को लेकर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। मां-बेटे को जान से मारने की धमकी देते हैं। इसके साथ घर आकर गाली-गलौच करते हैं। मेरी मां और मुझसे मारपीट करते हैं। तरह-तरह से प्रताड़ित करते हैं। हिंदूस्तान में रहकर भी हम लोग सनातन धर्म की पूजापाठ नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए मेरी योगी जी विनती है कि मुझे सनातन धर्म में शामिल करा दीजिये नहीं तो ये लोग मुझे मार देंगे।
वहीं जुनैद की मां रानी बेगम ने जुनैद की पत्नी अफरोज के बारे में बताया कि से 03 मार्च 2019 को दोनों का निकाह हुआ था। निकाह के बाद जब वह ससुराल आई, तो उसने घर में भगवान की प्रतिमाएं देखी जिसके बाद उसने पूजापाठ का विरोध करना शुरू कर दिया। सनातन धर्म के प्रति आपत्तिजनक बाते कहने लगी। जिसकी वजह से आए दिन विवाद होने लगे लेकिन इसके बाद भी जुनैद की सनातन धर्म के प्रति आस्था कम नहीं हुई। फिर जुनैद की पत्नी अफरोज ने यह बात अपने मायके में बताई। जिसपर अफरोज की मां मुस्तकीमा, पिता मुइन अहमद, भाई मुसीर खान और मोहसिन विरोध में उतर आए।
वहीं ससुरालियों की प्रताड़ना से परेशान होकर बीते 09 फरवरी 2023 को मुख्यमंत्री से शिकायत की थी, और बीते 08 जून 2023 को बाबूपुरवा कोतवाली में जुनैद ने ससुराल वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। जिसके बाद बाबूपुरवा पुलिस ने जुनैद की तहरीर पर आईपीसी की धारा 298, 504, 506 में मुकदमा दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
आखिरी कैसे आई जुनैद की सनातन धर्म में आस्था
दरअसल, जुनैद को बचपन से भगवान में आस्था थी जिसके बारे में जुनैद की मां रानी बेगम ने बताया उन्होंने कहा कि जुनैद जब छोटा था, तो उसकी आंखों की रोशनी चली गई थी। रानी बेगम जुनैद को लेकर शोभन सरकार दर्शन के लिए जाने लगी थीं। शोभन सरकार जाने और वहां के दर्शन मात्र से जुनैद के आखों की रोशनी लौट आई थीं। इसके बाद रानी बेगम और जुनैद का सनातन धर्म के प्रति आस्था बढ़ गई। जुनैद घर में भगवान की मूर्तियां रखकर पूजापाठ करने लगा। इसके साथ ही भगवा वस्त्र धारण कर मंदिर में माथा टेकने लगा। लेकिन शादी के बाद जुनैद की पत्नी को यह सब देखकर अच्छा नहीं लगता था जिसे लेकर उन दोनों के बीच अक्सर कहा सुनी होती रहती थी।