लखनऊ, नवसत्ताः लखनऊ के कैसरबाग कोर्ट में आज दिन-दहाड़े गैंगस्टर संजीव महेश्वरी जीवा की हत्या कर दी गई। जिसमें एक हमलावर को पुलिस ने पकड़ लिया है जिसकी पहचान विजय यादव के रुप में हुई है। बता दे कि इस पूरे गोली काण्ड में दो पुलिस कार्मयों सहित एक बच्चे के घायल होने की खबर बताई जा रही है। इस वारदात के बाद आज एक बार फिर से अतीक हत्याकाण्ड की यादें ताजा हो गई है। बस कुछ दिन पहले अतीक हत्याकाण्ड को कुछ मीडिया के भेस में आए हमलावरों ने अंजाम दिया था और इस बार संजीव जीवा हत्याकाण्ड को वकीलो के भेस में आए हमलावरों ने अंजाम दिया है।
आपको बता दे कि आज कैसरबाग कोर्ट में संजीव जीवा को बीजेपी नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकाण्ड के मामले में पेशी के लिए लाया गया था जिस दौरान कुछ हमलावर वकील के भेस में आए और संजीव जीवा पर ताबड़तोड़ फायरिंग करके मौत को घाट उतार दिया। जिसके बाद कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही हमलावर वहां से फरार हो गए। हांलाकि उनमें से एक हमलावर को पुलिस ने पकड़ लिया है। जिसकी पहचान विजय यादव पुत्र श्यामा यादव निवासी केराकत जिला जौनपुर के रूप में हुई है, फिलहाल पुलिस आगे की छानबीन में जुटी हुई है।
बता दे कि संजीव जीवा वहीं आरोपी है जिसको मुख्तार अंसारी के सबसे करीबी शूटर में भी गिना जाता है और संजीव जीवा विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के मामले में काफी दिनों से जेल में बंद था। इसी के साथ आपको बता दे कि संजीव की पत्नी पायल महेश्वरी ने कुछ दिन पहले ही संजीव पर हमला करने की आशंका जताई थी। जिसमें संजीव जीवा की पत्नी और रालोद नेता पायल माहेश्वरी ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया से अपने पति की सुरक्षा की गुहार लगाई थी।
पायल का कहना है कि पेशी के दौरान षड्यंत्र के तहत उनके पति की हत्या कराई जा सकती है। उन्होंने पति की सुरक्षा के लिए सीजेआई से उच्चाधिकारियों को निर्देशित करने का अनुरोध किया था। 2017 में पायल महेश्वरी, रालोद के टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकी है।