अजमेर नवसत्ताः राजस्थान में कांग्रेस नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने आज से पांच दिन के लिए अपनी ही सरकार के खिलाफ अजमेर से ‘जन संघर्ष यात्रा‘ शुरु कर दी है। बता दे कि उनकी यात्रा शुभारंभ का अजमेर में (आरपीएससी) से हुआ है और वह 125 किमी की जनसंघर्ष यात्रा के लिए पायलट अजमेर पहुंच चुके हैं।
आपको बता दे कि सचिन पायलट की यह जनसंघर्ष यात्रा राजस्थान में करप्शन, पेपर लीक और लाचार कानून व्यवस्था के खिलाफ निकाली जा रही है फिलहाल कांग्रेस नेता सचिन पायलट इस यात्रा में किसी तरह के हस्तक्षेप करने से मना कर रहा है। बता दें कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच साल 2018 से ही मुख्यमंत्री पद के लिए तानातनी चल रही हैं, और जन संघर्ष यात्रा शुरू करने से पहले सचिन पायलट ने सीएम गहलोत पर निशाना साधते हुए पायलट ने कहा कि उस मंत्री हेमाराम चैधरी पर आरोप लगाया जा रहा है, जिनकी ईमानदारी को सब जानते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जनता सब जानती है, कि राजनीति में जबान की कीमत होती है। पिछले 45 साल से हमारा परिवार राजनीति में सेवा कर रहा है। हमारी निष्ठा और ईमानदारी पर हमारे विरोधी भी सवाल नहीं उठा सकते हैं। साथ ही जनसंघर्ष यात्रा के शुभारंभ में कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि वसुंधरा के कार्यकाल में लगातार भ्रष्टाचार हुआ।
उस समय मैंने अध्यक्ष रहते हुए आरोप लगाए थे। जनता को हमने ये आश्वासन दिया कि सत्ता में आएंगे तो दूध का दूध पानी का पानी करेंगे। मैंने मौजूदा मुख्यमंत्री को 1.5 साल तक लगातार चिट्ठी लिखी कि वसुंधरा राजे सरकार के समय लगे आरोपी की जांच होनी चाहिए। परन्तु कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा पिछले कुछ समय में लगातार पेपर लीक हुए। बात युवाओं के भविष्य की है। कौन-कौन लोग इस पेपर लीक के पीछे हैं मैंने ये बात उठाई थी। जांच पूरी हुई नहीं और कहा गया कि कोई अधिकारी कोई नेता इसमें शामिल नहीं है।