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नेशनल हेराल्ड दफ्तर सहित 12 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी

नई दिल्ली,नवसत्ता: नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज दिल्ली स्थित नेशनल हेराल्ड के दफ्तर सहित 12 ठिकानों पर छापा मारा है. यह कार्रवाई सोनिया और राहुल गांधी से पूछताछ के बाद की गई है.

अधिकारियों का कहना है कि धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, जिससे धन के सुराग के संबंध में अतिरिक्त सबूत जुटाए जा सकें.

मालूम हो कि पिछले हफ्ते ही नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से करीब तीन घंटे तक पूछताछ की थी. उनसे 100 से अधिक सवाल पूछे थे. पहली बार सोनिया 21 जुलाई को ईडी दफ्तर में हाजिर हुई थीं. इससे पहले जून में ईडी ने राहुल गांधी से पांच दिन तक पूछताछ की थी.

क्या है नेशनल हेराल्ड केस?

आपको बता दें कि यह मामला वर्ष, 2012 में भाजपा के सीनियर लीडर सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट में उठाया था. सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्रायल कोर्ट में पिटीशन दायर कर आरोप लगाया था कि राहुल-सोनिया गांधी सहित कुछ अन्य नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडिया लिमिटेड के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का टेकओवर किया. ये सब दिल्ली स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपए की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था. कांग्रेस ने 1938 में एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड नामक कंपनी बनाई थी. यही कंपनी नेशनल हेराल्ड अखबार पब्लिश करती थी.

जिसमें सोनिया गांधी और उनके बेटे की 38 फीसदी हिस्सेदारी थी. यंग इंडिया लिमिटेड के प्रमोटरों में सोनिया गांधी और राहुल गांधी शामिल हैं. स्वामी ने आरोप लगाया था कि गांधी परिवार ने धोखाधड़ी की और धन का दुरुपयोग किया, यंग इंडिया लिमिटेड ने केवल 50 लाख रुपये का भुगतान करके 90.25 करोड़ रुपये वसूलने का अधिकार प्राप्त किया, जो कि यंग इंडिया लिमिटेड पर कांग्रेस का बकाया था.

प्रवर्तन निदेशालय इसी मामले की जांच कर रहा है. लेकिन कांग्रेस इसे एक राजनीति प्रतिशोध बताकर विरोध कर रही है.

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