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रास्तों पर दीवार, बुल्डोजर का इंतजार

चकरोड बंद, एसडीएम का आदेश बेअसर

राजकुमार सिंह

सुल्तानपुर,नवसत्ता: योगी का बुल्डोजर सुर्खियां बटोर रहा है. प्रदेश में तमाम अतिक्रमण भी ढहाए जा रहे हैं. लेकिन अभी भी कई गांवों व शहरी इलाकों में दबंगो ने आम लोगों के आने जाने के रास्तों पर कब्जा कर रखा है. सरकारी दस्तावेज में दर्ज रास्ते की जमीन पर मकान खड़ा कर दिया है. जिससे लोगों को आने जाने में काफी दिक्कत हो रही है.

चकरोड होने के बावजूद इन लोगों के घर तक कार, ट्रैक्टर व अन्य चार पहिया वाहन नहीं पहुँच पा रहे है. अफसरों से शिकायत करने के बाद भी रास्ते सम्बन्धी तमाम मसलों का समाधान नही हो पा रहा है. जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सख्त आदेश है कि अगर किसी सरकारी जमीन या रास्तों पर किसी भी तरह का निर्माण हुआ है तो उसे ढहा दिया जाए. इसके बाद भी अफसरों के कान पर जूं नहीं रेंग रही है. आम लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है.

केएनआई कस्बे में अतिक्रमण से बंद हो चुका चकरोड

वैसे इस तरह के कई मामले अधिकारियों के पास पड़े हुए है. फिलहाल नजीर के तौर पर दो मामलों का जिक्र करना बेहतर होगा. सुल्तानपुर के डीएम आवास से महज डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर आबाद केएनआई कस्बे में साईं कुटी के समीप स्थित बादशाही मस्जिद से होते हुए एक रास्ता पूरब की तरफ जाता है. इस मार्ग पर 50 से अधिक घर बने हुए हैं. पहले तो कच्चा रास्ता था. बस्ती के लोगों ने सीडीओ अतुल वत्स से अनुरोध किया तो उनके निर्देश पर ग्राम निधि से 10 माह पहले 200 मीटर तक खड़ंजा बिछ गया.

मस्जिद से सड़क तक लगभग 60 मीटर सीसी रोड 12 साल पहले बनी थी. जो अब ध्वस्त हो चुकी है. इस रोड से सटाकर कटीले तार कुछ दबंगों ने लगा दिया है. जिससे चार पहिया वाहन आ जा नहीं सकते. इस रास्ते को खुलवाने व सीसी रोड बनवाने के लिये बस्ती के लोगों ने डीएम को अर्जी दी है. जो जनसुनवाई के पोर्टल पर लोड हो चुका है. अभी तक फिलहाल कोई अफसर देखने नहीं आया है.

कस्बे में दूसरे रास्ते पर मस्ज़िद के पास लगाए गए कंटीले तार

दूसरी ओर मस्जिद के नीचे की तरफ से 10 फीट चौड़ा चकरोड सड़क तक जाता है. जिस पर आगे निर्माण हो चुका है. जिससे यह चकरोड आवगमन के लिए बंद हो चुका है. इस चकरोड के पास रहने वाले रिटायर्ड गेम टीचर हीरा सिंह ने  साल भर पहले चकरोड से अतिक्रमण हटाने के लिए मुख्यमंत्री से शिकायत की थी. इसके बाद कानूनगो व लेखपाल ने निरीक्षण भी किया था. लेखपाल ने दोबारा जायजा लिया था और बताया था कि चकरोड है. लेकिन चकरोड खाली नहीं कराया गया. दबंगों के खिलाफ लोग आवाज उठाने से भी डरते है.

दरअसल मुस्लिम तबके के कुछ दबंग इस बस्ती में जमीन खरीद कर मकान बनवाने वाले हिंदुओ के साथ दबंगई कर गुंडा टैक्स वसूलते रहे हैं. योगी सरकार में हुई सख्ती के बाद इनके हौसले पस्त हुए है. लेकिन किसी न किसी ये लोग अब भी निरीह लोगों को परेशान करने से बाज नहीं आते.

दूसरा मामला जिले की जयसिंहपुर तहसील के मोतिगरपुर थाने के  गांव कर्मजीतपुर का है. इस गांव में राजकीय इंटर कॉलेज के सेवानिवृत्त प्राचार्य आरके शुक्ला व अन्य लोगों के घर का रास्ता ही बंद कर दिया गया है. उनके पड़ोसी फूलचंद ने सरकारी जमीन पर तीन फिट ऊंची दीवार खड़ी कर दी है. जिससे चार परिवारों को अपने खेत होकर आना जाना पड़ रहा है.

बस्ती में लगा खड़ंजा

पूर्व प्राचार्य ने कई बार अफसरों से शिकायत की. इसके बाद 02 सितम्बर 2021 को जयसिंहपुर के तत्कलीन एसडीएम ने राजस्व निरीक्षक को आदेशित किया कि गाटा संख्या 140 नवीन परती है. इस पर से बलपूर्वक कब्जा हटा दिया जाय. ईंट की दीवार गिरा दी जाय. इसके बाद राजस्व टीम पुलिस बल के साथ पहुंची लेकिन  कब्जा नहीं हट पाया. फिर उन्होंने मुख्यमंत्री से शिकायत की.

आदेश हुआ कि तुरन्त कब्जा हटवाएं. बीते 30 मई को राजस्व टीम मोतिगरपुर के थानाध्यक्ष व पुलिस बल के साथ कब्जा हटवाने पहुंची तो दीवार खड़ी करने वाले के परिवार की महिलाओं ने शोर मचाना शुरू कर दिया. पुलिस बल में केवल एक ही महिला कांस्टेबल थी. थानाध्यक्ष पूरी तैयारी के साथ नहीं गए थे. इसलिए कब्जा नहीं हट पाया.

पूर्व प्राचार्य का कहना है कि कब्जा हटाने को लेकर पुलिस व प्रशासन गम्भीर नहीं है. जिससे रास्ते पर दीवार खड़ी करने वाले दबंग के हौसले बुलंद हैं.

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