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चौथे चरण में आपराधिक छवि के उम्मीदवारों की भरमार

चौथे चरण में 49 प्रतिशत संवेदनशील विधानसभा क्षेत्र

60% उम्मीदवार स्नातक व उसके ऊपर के

लखनऊ,नवसत्ता : उत्तर प्रदेश  इलेक्शन  वॉच  एसोसिएशन फ़ॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म  ने उत्तर प्रदेश  विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण में चुनाव लड़ने वाले 624 में से 621 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है जो 59 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ रहे है. वहीं 3 उम्मीदवारों का शपथपत्र स्पष्ट ना होने के कारण उनका विश्लेषणनहीं किया जा सका.
उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले 621 में से 167 (27 %) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये है वहीं गंभीर आपराधिक मामले 129 (21 %) है.

उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले दलवार इस प्रकार है काग्रेस के 58 में से 31 (53 % ) समाजवादी पार्टी के 57 में से 30 (53 %), बसपा के 59 में से 26 (44 %), बीजेपी के 57 में से 23 (40 %) और 45 में से 11  (24 % )  आप पार्टी  के उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषत किये हैं. वही गंभीर आपराधिक मामले दलवार कांग्रेस के 58 में से 22 (38 % ), समाजवादी पार्टी 57 में से 22 (39 % ), बसपा के 59 में से 22 (37 %), बीजेपी के 57 में से 17 (30 % ) और 45 में से 9 (20 %)  आप पार्टी  के उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये है.

चौथे चरण में उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामलों में पहले स्थान पर लखनऊ से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार रविदास मेहरोत्रा हैं जिनके ऊपर 22 मामले, दूसरे स्थान पर हरोदोई जनपद के बालामऊ विधानसभा  से कांग्रेस पार्टी के सुरेन्द्र कुमार जिनके ऊपर 9 मामले और तीसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी लखनऊ के सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र से जल्नीश खान है जिनके ऊपर 5 मामले दर्ज  है.

9 उम्मीदवारों ने महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सम्बन्धि मामले घोषित किये है इन 9 में से 2 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर बलात्कार (आईपीसी-376) से सम्बन्धित मामला घोषित किया है. 5 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या (आईपीसी-302) से सम्बन्धित मामले घोषत किये हैं. वही 14 उम्मीदवारों ने अपने ऊपर हत्या का प्रयास (आईपीसी-307) से सम्बन्धित मामले घोषत किये हैं.

उत्तर प्रदेश  विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे  चरण में 59  में से 29 (49 %) संवेदनशील  निर्वाचन क्षेत्र है, जहाँ 3 या उससे अधिक उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किये है.

अगर हम करोड़पति उम्मीदवारों कि बात करे तो 621 में से 231 (37 %) चौथे चरण में करोड़पति उम्मीदवार है. हमारे चुनाव में धनबल की भूमिका इस बात से स्पष्ट होती है कि सभी प्रमुख राजनीतिक दल धनी उम्मीदवारों को टिकट देते है. करोड़पति उम्मीदवार दलवार की बात करे तो बीजेपी के 57 में से 50 (88 %), समाजवादी पार्टी के 57 में से 48 (84 % ), बसपा के 59 में से 44 (75 %), कांग्रेस के 58 में से 28 (48 %), और 45 में से 16  (36 %)  आप पार्टी  के उम्मीदवार करोड़पति हैं. जिनकी घोषित संपत्ति रू 1 करोड़ से ज्यादा है.

सबसे ज्यादा संपत्ति घोषित करने वाले शीर्ष  3 उम्मीदवारों में से पहले स्थान में आप पार्टी (AAP) के जनपद लखनऊ  से लखनऊ पश्चिम  विधानसभा से उम्मीदवार राजीव बक्शी है, जिन्होने अपनी संपत्ति 56 करोड़ बतायी है. दूसरे स्थान पर जनपद सीतापुर के महोली विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी  के अनूप कुमार गुप्ता  है जिनकी संपत्ति 52 करोड़ हैं वहीं तीसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी  के हरदोई विधानसभा सीट से शोभित पाठक है जिन्होने अपनी संपत्ति  34  करोड़ बतायी है. उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 के चौथे चरण में उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति रू 2.46 करोड़ है। वही 259 (42 %) उम्मीदवारों ने अपनी देनदारी घोषित की है.

उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच  एसोसिएशन  फॉर  डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने  उत्तर प्रदेश  विधानसभा चुनाव 2022 के चौथे चरण में 201 (32 %) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है. जबकि 375 (60 %)  उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज्यादा घोषित की हैं. 4 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की हैं वहीं 30 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 9 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की है. 2 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता घोषित नहीं की है.

223 (36%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की हैं, जबकि 336 (54%) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की हैं. 62 (10 %) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की हैं. उत्तर प्रदेश विधानसभा  चुनाव 2022 के चौथा  चरण में 91 (15%) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही हैं.

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