नई दिल्ली,नवसत्ता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 83वें एपिसोड के जरिए राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज भी सत्ता में नहीं हूं और भविष्य में भी सत्ता में नहीं जाना चाहता हूं. मैं सिर्फ सेवा में रहना चाहता हूं. उन्होंने लोगों को कोरोना से बचने की भी सलाह दी. पीएम ने कहा कि कोरोना अभी गया नहीं है लिहाजा हमें सावधान रहने की जरूरत है. पीएम ने अपने आज के कार्यक्रम में आयुष्मान कार्ड से इलाज कराने वाले मरीजों से भी बातचीत की.
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, दिसंबर महीने नेवी डे और आर्म्ड फोर्सेस फ्लैग डे भी देश मनाता है. हम सबको मालूम है 16 दिसम्बर को 1971 के युद्ध का स्वर्णिम जयन्ती वर्ष भी देश मना रहा है. मैं इन सभी अवसरों पर देश के सुरक्षा बलों का स्मरण करता हूं, हमारे वीरों का स्मरण करता हूं.
अब तो देश-भर में आम लोग हों या सरकारें, पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक, अमृत महोत्सव की गूंज है और लगातार इस महोत्सव से जुड़े कार्यक्रमों का सिलसिला चल रहा है. पिछले दिनों दिल्ली में आजादी की कहानी-बच्चों की जुबानी’ कार्यक्रम में बच्चों ने स्वाधीनता संग्राम से जुड़ी गाथाओं को प्रस्तुत किया. खास बात ये रही कि इसमें भारत के साथ नेपाल, मौरिशस, तंजानिया, न्यूजीलैंड और फीजी के स्टूडेंट्स भी शामिल हुए.
पीएम मोदी ने कहा, प्रकृति से हमारे लिये खतरा तभी पैदा होता है जब हम उसके संतुलन को बिगाड़ते हैं या उसकी पवित्रता नष्ट करते हैं. प्रकृति मां की तरह हमारा पालन भी करती है और हमारी दुनिया में नए-नए रंग भी भरती है. आपको ये जानकार बेहद ख़ुशी होगी कि अब यूनीकॉर्न की दुनिया में भी भारत तेज उड़ान भर रहा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक इसी साल एक बड़ा बदलाव आया है. सिर्फ 10 महीनों में ही भारत में हर 10 दिन में एक यूनिकॉर्न बना है.
दिसम्बर महीने में ही एक और बड़ा दिन हमारे सामने आता है जिससे हम प्रेरणा लेते हैं. ये दिन है, 6 दिसम्बर को बाबा साहब अम्बेडकर की पुण्यतिथि. बाबा साहब ने अपना पूरा जीवन देश और समाज के लिये अपने कर्तव्यों के निर्वहन के लिये समर्पित किया था.
मोदी ने कहा, स्टार्टअप की दुनिया में आज भारत विश्व में एक प्रकार से नेतृत्व कर रहा है. साल दर साल स्टार्टअप को रिकॉर्ड निवेश मिल रहा है. ये क्षेत्र बहुत तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. देश के हर छोटे-छोटे शहर में भी स्टार्टअप की पहुंच बढ़ी है. जालौन में एक पारंपरिक नदी है- नून नदी. नून यहां के किसानों के लिए पानी प्रमुख स्रोत हुआ करती थी. लेकिन धीरे-धीरे नून नदी लुप्त होने के कगार पर पहुंच गई. जालौन के लोगों ने इस स्थिति को बदलने का बीड़ा उठाया. आज इतने कम समय में ये नदी फिर जीवित हो गई है.
मोदी ने कहा, हमारे देश में अनेक राज्य हैं, अनेक क्षेत्र है जहां के लोगों ने अपनी प्राकृतिक विरासत के रंगों को संजोकर रखा है. इन लोगों ने प्रकृति के साथ मिलकर रहने की जीवनशैली आज भी जीवित रखी है. ये हम सबके लिए भी प्रेरणा है.