चण्डीगढ़,नवसत्ता: पंजाब के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू वीडियो के माध्यम से पहला बयान जारी किया है. सिद्धू ने कहा कि दागियों को पहरेदार नहीं बनाया जा सकता. पंजाब के लिए हक और सच की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ता रहूंगा. सिद्धू ने एक वीडियो ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने कहा कि वो आलाकमान को गुमराह नहीं कर रहे.
सिद्धू ने कहा, ‘मैं पंजाब से जुड़े मुद्दों के लिए लंबे समय तक लड़ता रहा. यहां पहले दागी नेताओं और अधिकारियों की मौजूदगी थी. अब आप उसी प्रकार के व्यवस्था को दोबारा नहीं दोहरा सकते. पंजाब के लोगों के लिए मैं किसी भी चीज की कुर्बानी देने के लिए तैयार हूं. लेकिन मैं अपने सिद्धांतों पर कायम रहूंगा.’
उन्होंने कहा, नैतिकता से किसी तरह का समझौता नहीं करूंगा. सिद्धू ने कहा, ‘मेरी किसी से कोई निजी लड़ाई नहीं है. मेरी लड़ाई मुद्दों की है, पंजाब के एजेंडे की है.’ सिद्धू बोले सिस्टम में गड़बड़ी आज भी बर्दाश्त नहीं है और गड़बड़ी फैलाने वालों को पहरेदार नहीं बना सकते. उन्होंने कहा कि सच के लिए लड़ा हूं और वादा है लड़ता रहूंगा.
हक़-सच की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ता रहूंगा … pic.twitter.com/LWnBF8JQxu
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) September 29, 2021
नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने वीडियो में कार्यकारी डीजीपी इकबाल प्रीत सहोता पर निशाना साधा और कहा, ‘जिन लोगों ने बादलों को क्लीन चिट दी, उन्हें अब प्रदेश में इंसाफ का जिम्मा सौंपा गया है.’ आगे उन्होंने कहा, ‘जिन लोगों ने मांओं की कोख को उजाडऩे का काम किया, उन्हें कुछ बड़े अफसरों ने सुरक्षा प्रदान की. ऐसे दागियों को पहरेदार नहीं बनाया जा सकता. मैं इसके लिए लड़ता रहूंगा, जो जाता है जाए.’
सिद्धू ने इस वीडियो में कहा, ‘मेरा 17 साल का राजनीतिक सफर एक मकसद के लिए रहा. पंजाब के लोगों की जिन्दगी को बेहतर करना और मुद्दों की राजनीति पर स्टैंड लेकर खड़ा रहना यही मेरा धर्म है. मेरी आज तक किसी से कोई निजी लड़ाई नहीं रही.’
सिद्धू ने कहा, ‘मेरे पिता ने कहा था, जहां भी द्वंद्व हो, सच के रास्ते पर चलो और नैतिकता के साथ किसी प्रकार का समझौता मत करो, तभी आवाज में ताकत आएगी. आज मैं बादल परिवार को क्लीन चिट देने वालों को पदों पर देख रहा हूं. जिन लोगों ने छोटे-छोटे लड़कों पर ज्यादती की, उन्हें इंसाफ की जिम्मेदारी दी गई है. मुझे ये मंजूर नहीं.’
उन्होंने आगे अपने बयान में बताया, ‘मैं न हाईकमांड को गुमराह कर सकता, न गुमराह होने दे सकता. इंसाफ के लिए लड़ाई लडऩे के लिए, पंजाब के लोगों की जिन्दगी को बेहतर करने के लिए किसी भी चीज की कुर्बानी मैं दूंगा. इसके लिए मुझे कुछ सोचने की ज़रूरत नहीं है.’ वीडियो के अंत में सिद्धू ने अपने अंदाज में कहा कि उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है, अगर जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है.