लखनऊ, नवसत्ता: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को भू समाधि दे दी गई. भू समाधि के दौरान साधु को समाधि वाली स्थिति में बिठाकर ही उन्हें विदा दी जाती है. जिस मुद्रा में उन्हें बिठाया जाता है, उसे सिद्ध योग की मुद्रा कहा जाता है. आमतौर पर साधुओं को इसी मुद्रा में समाधि देते हैं. महंत नरेंद्र गिरि की भी इसी तरह समाधि दी गई है. महंत नरेंद्र गिरि को बाघंबरी मठ के बगीचे में समाधि दी गई है. इस दौरान संत समाज और उनके शिष्य मौजदू रहे.
बलबीर गिरि को बनाया उत्तराधिकारी
महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में महंत बलबीर गिरि को उत्तराधिकारी बनाने की बात कही है. नरेंद्र गिरि की मौत के बाद महंत बलबीर गिरि ने कहा कि महंत जी के साथ जिन लोगों ने ये सब किया है, उन्हें हम अंदर भिजवा कर रहेंगे. हमें कानून पर पूरा भरोसा है. गुरुजी अपनी बातों को किसी को नहीं बताते थे. उन्हें पीड़ा होती थी, तो वे खुद सहन करते थे. किसी शिष्य को कुछ नहीं बताते थे.
बलबीर गिरि पर उठे प्रश्न
महंत नरेंद्र गिरि के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे प्रयागराज पहुंचे महंत राम विलास वेदांती का नए उत्तराधिकारी बलबीर गिरी पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति का नाम सुसाइड नोट में उत्तराधिकारी के तौर पर है, ये उसी की साजिश है. स्वयं महंत बनने के लिए दूसरों को फंसाने का षड्यंत्र किया गया है. ये सब गद्दी पर कब्जे के लिए किया गया है. इस मामले की सीबीआई जांच जरूरी है.
पोस्टमार्टम में हुआ खुलासा
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के पोस्टमार्टम के दौरान शुरुआती जांच में पता चला है कि उनकी मौत दम घुटने की वजह से हुई है. जानकारी के अनुसार आगे की जांच के लिए महंत नरेंद्र गिरि का विसरा सुरक्षित रखा गया है. पांच डॉक्टरों की टीम ने महंत नरेंद्र गिरि का पोस्टमार्टम किया. पोस्टमार्टम के पैनल में डॉक्टर लाल जी गौतम, डॉक्टर राजेश श्रीवास्तव, डॉक्टर अमित श्रीवास्तव, डॉक्टर बादल सिंह, डॉक्टर राजेश कुमार राय शामिल थे. इसी के साथ पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी की गई है.
आनंद गिरि को बताया हत्या का जिम्मेदार
उन्होंने आगे लिखा आनंद गिरि का कहना है कि कहां तक सफाई देता रहूंगा. इससे दुखी होकर मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं. मेरी मौत का जिम्मेदार आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी हैं. प्रयागराज के सभी पुलिस अधिकारियों से मैं अनुरोध करता हूं कि उन पर एक्शन लिया जाए. मेरी हत्या के जिम्मेदार उपरोक्त लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकी मेरी आत्मा को शांति मिले. मामले में आनंद गिरि और आद्या तिवारी को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं उनके चारों गनरों से भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.