राजेन्द्र पाण्डेय
मथुरा,नवसत्ता: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर इस वर्ष भी मथुरा नगरी को सजाए सँवारा गया है। इस अवसर पर यादगार बनाने के लिए प्रदेश के तीनों विभाग का योगदान काफी अहम है। इन कार्यक्रमों के द्वारा ब्रज में पधारे पर्यटक और तीर्थयात्रियों व नव पीढ़ी को ब्रज की धरा की सांस्कृतिक जानकारी से अवगत कराने के लिए सज धज कर तैयार चौराहे और विभिन्न जगहों पर स्थापित मंचों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जा रहे हैं जिससे उन सभी को ब्रज की सांस्कृतिक धरोहर व भगवान श्रीकृष्ण के चहुँओर होने की अनुभूति हो सके। कान्हा के प्राकट्य से पहले मथुरा के बारह चौराहों को आकर्षक रूप से सजाया गया है। श्रीकृष्ण जन्मस्थल मंदिर में प्रवेश को लंबी-लंबी कतरों में लगे भक्त अपने कान्हा के दर्शन को लालायित हैं।
श्रीकृष्ण जन्मस्थल नगरी अति संवेदनशील है जहां पर भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। इस कारण सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम जिला प्रशासन द्वारा किये गये हैं। बाहर से आने वाले यात्रियों के वाहन शहर के बाहर बने पार्किंग स्थल पर ही खड़े कराये जा रहे हैं साथ ही उनके लिए पुलिस और खुफिया तंत्र की टीमें लगातार नजर बनाए हुए हैं। श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर लगभग 5 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है जो पूरे 24 घंटें सुरक्षा में लगे हुए हैं। साथ ही जन्म स्थान प्रांगण और उसके आसपास करीब चेकपोस्ट बनाए गए हैं। वही जन्म स्थान में प्रवेश से पूर्व मेटल डिटेक्टर के साथ-साथ सिविल पुलिस के सुरक्षाकर्मी श्रद्धालुओं को सघन चेकिंग के बाद ही मंदिर में प्रवेश दे रहे हैं।
लोकल पुलिस के अलावा सीआईएसएफ, पीएससी और एलआईयू, डॉग स्क्वायड, बम स्क्वायड, आर्मी की खुफिया टीम और आईबी के लोग भी तैनात किये गये हैं। प्रशासन ने कोरोना से बचाव की गाईडलाइन सूचना मंदिर प्रवेश द्वार व कई जगह-जगह लगाई हैं, बावजूद इसके कई मुँह पर मास्क व दो गज की दूरी का पालन करते नहीं दिख रहे हैं।