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यूपी में एक सितंबर से खुल सकते हैं छह से आठवीं तक के स्कूल

16 अगस्त से माध्यमिक व उच्च प्राविधिक स्कूलों में होगी पढ़ाई

लखनऊ,नवसत्ता: यूपी में कक्षा छह से आठ तक के स्कूल एक सितंबर से खुल सकते हैं। सीएम योगी ने टीम-9 के साथ बैठक में कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कक्षा 06 से 08 वीं तक की कक्षाओं में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। स्थिति का आकलन करते हुए इन स्कूलों में एक सितंबर से पढा़ई शुरू की जाए।

इससे पहले सीएम योगी ने आदेश दिया था कि 15 अगस्त के बाद माध्यमिक, उच्च, प्राविधिक और व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई शुरू होगी। इसे देखते हुए 18 वर्ष से अधिक विद्यार्थियों के टीकाकरण के लिए विश्वविद्यालय/स्कूल/कॉलेज परिसर में ही टीकाकरण शिविर लगाए जाएं। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों की उपस्थिति को देखते हुए आवश्यकतानुसार इन विद्यालय परिसर में भी टीकाकरण शिविर आयोजित किए जाएं।

सीएम ने कहा कि प्रदेश में औसतन हर दिन ढाई लाख से अधिक टेस्ट हो रहें हैं, जबकि पॉजिटिविटी दर 0.01 बनी हुई है और रिकवरी दर 98.6 फीसदी है। विगत 24 घंटे में हुई 02 लाख 39 हजार 909 सैम्पल की टेस्टिंग में 59 जिलों में संक्रमण का एक भी नया केस नहीं पाया गया, जबकि 16 जनपदों में इकाई अंक में मरीज पाए गए। वर्तमान में प्रदेश में एक्टिव कोविड केस की संख्या 505 रह गई है। यह अतिरिक्त सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है।

प्रदेश में अब तक 5.50 करोड़ वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। कोविड से बचाव के लिए टीका-कवर अति उपयोगी है। कोविड के खिलाफ अब की लड़ाई में टीके की महत्ता स्वयं सिद्ध है। इसके दृष्टिगत, उत्तर प्रदेश एक मात्र राज्य है, जहां अब तक 05 करोड़ 50 लाख 52 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है। 04 करोड़ 64 लाख 33 हजार से अधिक लोगों ने वैक्सीन की एक डोज प्राप्त कर ली है। प्रदेश में अब तक 86 लाख से अधिक लोग कोविड टीके की दोनों डोज प्राप्त कर चुके हैं। इस स्थिति को और बेहतर करने की आवश्यकता है।

कोविड टीके की दूसरी खुराक समय पर मिलना सुनिश्चित कराया जाए। जिन लोगों को दूसरी डोज लगाई जानी है, उनसे संवाद-संपर्क किया जाए। शनिवार का दिन सेकेंड डोज के लिए आरक्षित रखें। बौद्ध-भिक्षु गणों, विदेशी नागरिकों व असहाय/निराश्रित जनों के टीकाकरण के लिए भी समुचित व्यवस्था की जाए। शासन के स्थायी कर्मचारी हों, अथवा संविदा या आउटसोर्सिंग कार्मिक, किसी भी दशा में एक भी कर्मचारी का वेतन बकाया न रखा जाए। किसी भी दशा में वेतन भुगतान लंबित न रहे। सभी विभाग इस आदेश का अनुपालन करना जाना सुनिश्चित करें।

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