गरिमा
रायबरेली, नवसत्ता : इसमें कोई संदेह नहीं है कि ग्रामीण भारत की तस्वीर एवं तकदीर तेजी से बदल रही है। इसमें बुनियादी सुविधाओं के विकास का बहुत बड़ा योगदान है। देश के गाँवों में रहने वाले लोगों के विकास में सबसे अहम भूमिका निभाते हैं वहां के ग्राम प्रधान। आज की कड़ी में नवसत्ता ने किन प्रगतिशील नव निर्वाचित प्रधानों से संवाद किया और उन्होंने अपनी भविष्य की क्या योजनाएं नवसत्ता के साथ साझा की आइए जानते हैं :
ग्रामसभा के नौनिहालों की शिक्षा के स्तर को सुधारना है, भविष्य उज्जवल होगा तो देश प्रदेश में ग्रामसभा का नाम भी रोशन होगा : राजकुमार
ऊंचाहार, रायबरेली : ऊंचाहार ब्लॉक के सराय भान से नवनिर्वाचित एवं शिक्षित प्रधान राजकुमार ने बताया कि पिछले पंचवर्षीय ग्रामसभा में मेरी माता रामकली प्रधान थी, मैं अपनी माता के प्रधानी का प्रतिनिधित्व कर रहा था। पिछले पांच वर्षों में मेरी माता जी के प्रधान पद के कार्यकाल में ग्राम सभा का चौमुखी विकास किया और कराया है। जितना हमें पूर्व पंचवर्षीय बजट मिला, उस हिसाब से जो भी नाली, खड़ंजा, बारातघर, स्कूल बाउंड्री इत्यादि संभव हुआ उसे पूरा किया और कराया। अब आने वाले पंचवर्षीय कार्यकाल में हमारा सबसे पहला उद्देश्य है ग्रामसभा के नौनिहालों की शिक्षा पर शिक्षा के स्तर को सुधारना है। जिससे ग्रामसभा की आने वाली पीढ़ियों का भविष्य उज्जवल हो। भविष्य उज्जवल होगा तो देश प्रदेश में ग्रामसभा का नाम भी रोशन जरूर होगा। ग्रामसभा में विकास के कार्य जो भी आधे अधूरे रह गए हैं। उनको इस पंचवर्षीय और बेहतर तरीके से करवा कर पूरा करवाना है। जिससे कि देखने से ही अंदाजा लगाया जा सके की ग्रामसभा में विकास को किस ओर अग्रसर किया गया है। ग्रामसभा वासियों का आशीर्वाद ही रहा है, जो पिछले पंचवर्षीय कार्यकाल में मेरी माता जी के कार्य को देखा और विश्वास किया फिर पुनः हमें अमूल्य मत देकर प्रधान पद के पद पर बिठाया। ग्रामसभा वासियों के विश्वास को कायम रखते हुए ग्रामसभा को विकास के नए रास्ते पर ले जाना है। जिससे ग्रामसभा में शिक्षा, स्वच्छता और परस्पर सामंजस्य तीनों का समावेश हो जातिवाद भेदभाव किसी प्रकार की आपसी वैमनस्यता ग्रामसभा के अंदर ना हो। ग्रामसभा में सभी एक दूसरे के पूरक बने।
(Input : Rakesh Kumar)
विकास कार्यों के अलावा क्षेत्र में इण्टर तक की शिक्षा उपलब्ध कराना लक्ष्य : कोमल देवी
शिवगढ़, रायबरेली : बेडारू ग्रामसभा की नव निर्वाचित ग्राम प्रधान कोमल देवी शिक्षा को लेकर गंभीर हैं। वे कहती हैं विकास कार्यों के साथ ही गांव या आस पास इण्टर तक की शिक्षा के लिए विद्यालय स्थापित कराना उनका लक्ष्य है। 27 वर्षीय कोमल देवी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को 135 मतों से पराजित कर प्रधान पद हासिल किया था। सवाल था कि पिछली प्रधानी के कार्यकाल में क्या कमियां थी, तो नवनिर्वाचित प्रधान कोमल देवी के पति विनोद कुमार ने बताया कि हमारे गांव में बारात घर की समस्या थी, गली गलियारे, नाली तथा पानी निकास से सम्बंधित समस्याएं थी । उन्होंने बताया कि कुछ गली ऐसी भी हैं जहाँ 25 वर्षों से उस रास्ते पर निकलना मुश्किल था, खड़ंजा तक नहीं था जिस पर अभी प्राथमिकता के तौर पर कार्य कराया जा रहा है। प्रधान प्रतिनिधि के तौर पर कोमल देवी के पति विनोद कुमार ने बताया कि हमारे गांव में पेंशन से सम्बंधित समस्याएं भी हैं। कुछ पात्रो को शौचालय नहीं मिल पाया है। वृद्धा या विधवा पेंशन के जो पात्र हैं उन्हें पेंशन मिलनी चाहिये थी। जब उनसे पूछा गया कि आगामी पंच वर्षीय कार्यकाल में उनकी क्या तैयारियां हैं तो उन्होंने बताया कि आगामी पाँच वर्षों में जनता की जो सभी समस्याएं होंगी उनको दूर किया जाएगा। सभी पात्रों को पेंशन की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। गांव में बारात घर नहीं है बारात घर की व्यवस्था करायी जाएगी। गांव में रोड गली गलियारे में जो जल भराव की समस्या है खड़ंजा या इंटरलॉकिंग की व्यवस्था करायी जाएगी गाँव में वृक्षारोपण भी करवाया जायेगा। प्रधान पति विनोद कुमार ने कहा कि हमारा गांव काफी बड़ा है। यहाँ आस पास लड़कियों के लिए कोई इण्टर कॉलेज नहीं है। गांव की बच्चियों को सात आठ किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। इसलिए उनकी इच्छा है गांव के आस पास ही कोई इण्टर कॉलेज की व्यवस्था खास तौर से बच्चियों के लिए हो ऐसा उनका प्रयास रहेगा।
(Input : Amit Shrivastava)