रायबरेली, नवसत्ता: कोरोना से बचने के लिए जहां प्रदेश सरकार ने सख्त लॉकडाउन लगाया हुआ है और दी गई छूट की गाइडलाइन(covid guidelines) जारी कर रखी है वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे भी प्रतिष्ठान और जनता है जिनके ऊपर इस महामारी और प्रशासनिक सख्ती का कोई भी फर्क नहीं पड़ता| ऐसा ही मामला देखने को मिला है जहां पर शहर के बीचोबीच स्थित एक नामी होटल में में बिना सैनिटाइजर, मास्क और सोशल डिसटेंसिंग के लोग शादी का जश्न मनाते दिखाई दिए जिस पर न तो होटल प्रबंधन का न ही सरकारी दिशानिर्देशो के अनुपालन कराने वाली स्थानीय प्रशासन का ध्यान गया।
मामला शहर के मध्य में मलिकमऊ रोड स्थित होटल गणेश का है, जहां एक विवाह समरोह के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल के दिशा निर्देशों की धज्जियाँ उड़ गई और इस जानबूझ कर की गई गलती की जिम्मेदारी न तो कोई प्रशासनिक अधिकारी ले रहा, न ही होटल के मालिक और न ही घराती-बाराती ले रहे|
वर्तमान समय में जहां कोरोना संक्रमण अपनी चरम सीमा पर है और सूबे की सरकार लगातार इस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रयासरत है। प्रदेश के मुख्यमंत्री कोविड-19 के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लगातार मीटिंग कर रहे हैं, शासन को कड़े दिशा निर्देश दिये जा रहे है और उन का कड़ाई से पालन कराने का आदेश भी उनके द्वारा पारित किया जा रहा है परंतु ऐसा प्रतीत होता है कि जनपद रायबरेली में सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र सिर्फ त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव एवं मतगणना में व्यस्त हैं। जिसका पूर्णतः फायदा गणेश होटल के संचालक एवं प्रबंधन द्वारा उठाया जा रहा है और इस तरह की मनमानी करके लगातार वैवाहिक कार्यक्रम कोविड-19 के निर्देश का उल्लंघन किया जा रहा हैं। होटल गणेश में आयोजित हो रहे वैवाहिक कार्यक्रमों में सोशल डिस्टेंसिंग की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, वहाँ सैनिटाइजिंग मशीन तो दूर की बात, होटल में होने वाले कार्यक्रम में होटल के कर्मचारियों सहित वैवाहिक कार्यक्रम में आने वाले लोगों ने मास्क पहनना उचित नहीं समझते हैं। रुपया कमाने की धुन में होटल संचालक द्वारा इस तरह की गतिविधियों को पूरी तरीके से अनदेखा किया जा रहा है जैसेकि उन्हें किसी के स्वास्थ्य कोई लेना देना नहीं है| यह होटल एक रिहायशी इलाके में स्थित है, इस तरह खुले आम शासन के दिशानिर्देशों की अवहेलना करके समारोह का आयोजन करके होटल प्रबंधन और आयोजक दोनों ही अपने साथ साथ अपने ही शहर में संक्रमण को फैला रहे है जिससे आम जनमानस के जीवन के लिए खतरा हो रहा है| मुनाफाखोरी और धन कमाने की लोलुपता में ये व्यवसाई और तथाकथित सभ्य समाज लोग अपने ही नगर वासियों के स्वस्थ जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे है इसका एहसास प्रशासन के तत्काल कठोर कदम से दिलाना चाहिए मगर दुर्भाग्य प्रशासन भी आँख मूंद कर बैठा है। जिले के उच्च अधिकारियों को शीघ्र ही इस तरह के कार्यक्रमों पर कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए। जिससे आम जनमानस का जीवन सुरक्षित रहे और समाज में कोविड-19 पर रोक लग सके।
होटल मालिक महादेव गुप्ता का कहना है कि शादी समारोह में ५० से ज्यादा व्यक्तियों की अनुमति हम नहीं दे रहे और कल उनके यहां कोई शादी नहीं थी जबकि जो वीडियो वायरल हुआ है वो कल का ही है|
इस सन्दर्भ में एडीएम प्रशासन रामविलास ने मामले की संज्ञान ना होने की बात कही है साथ ही जांच कराकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है उन्होंने कहा कोरोना गाइडलाइन की अनदेखी किसी को करने नहीं दिया जाएगा।