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ओमप्रकाश राजभर अपने रास्ते से भटक गए हैंः संजय निषाद

  • निषाद पार्टी के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं

लखनऊ,नवसत्ताः निषाद पार्टी सुप्रीमो डॉक्टर संजय निषाद की मौजूदगी में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) रमाकांत कश्यप (राष्ट्रीय सचिव, सुभासपा), सीपी निषाद (प्रदेश उपाध्यक्ष, सुभासपा) विवेक शर्मा (प्रदेश महासचिव, सुभासपा) ने निषाद पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर निषाद पार्टी सुप्रीमों ने कहा कि सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर पर पार्टी की नीति और सिद्धान्तों से भटक गए हैं, निषाद ने कहा की एक निजी यूट्यूब चैनल पर ओमप्रकाश राजभर के सुपुत्र अरुण राजभर द्वारा कश्यप समाज को भिखमंगा कहकर बार बार संबोधन से कश्यप, निषाद, केवट, मल्लाह, बिंद समेत अन्य सभी जातियां आहत हुई हैं, इसके चलते निषाद ने कहा निषाद पार्टी के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं, समाज में द्वेषता फैलाने वालों की जनता 2024 में सबक जरूर सिखाएगी।

रमाकांत कश्यप ने कहा की वो और उनके साथी बीते कई दिनों से लगातार सुभासपा प्रमुख से देश की महान भिभूतियो पर की जा रही टिप्पणी को रोकने और सामाजिक समरसता को आगे बढ़ाने की मांग करते आ रहे हैं किंतु सामाजिक समरसता तो दूर की बात है हमारे समाज मे जन्मे ऋषि मुनियों को गाली देने की परम्परा शुरू कर दी है।

अरुण राजभर को समझना होगा की महार्षि कश्यप एक वैदिक ऋषि थे, और सप्त ऋषियों में से एक ऋषि हैं महर्षि कश्यप, और हम उनके वंशज होने के नाते हम अपने कुल का अपमान और अपमानित करने वालो के साथ एक पल साथ भी नही रह सकते जिसके चलते हम सब आज सामूहिक इस्तीफा दे रहे हैं।

रविन्द्र यादव (प्रदेश उपाध्यक्ष पश्चिमी उत्तरप्रदेश), सहदेव प्रजापति (मंडल कोऑर्डिनेटर, कानपुर मंडल), सूरज कश्यप (जिला युवा मंच अध्यक्ष, औरैया), अंशु कठेरिया ( मंडल संगठन मंत्री), रामकान्ति (मंडल उपाध्यक्ष), सुमन कुमारी (जिला अध्यक्ष औरैया), प्रेम देवी (जिला अध्यक्ष, कानपुर देहात), उषा देवी (जिला उपाध्यक्ष औरैया), राजेश कुमार (जिला उपाध्यक्ष कानपुर देहात) समेत कई कार्यकर्ताओं और पदाधिकारीयो ने सुभासपा प्रमुख और बेटे को समाज बाटने से आहत होकर इस्तीफा दिया।

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