रायबरेली, नवसत्ता: कोविड जांच को लेकर लालगंज सीएचसी में जमकर बवाल हुआ।सीएचसी अधीक्षक ने किसान नेता पर गाली गलौज और जांच बाधित करने का आरोप लगाया है।वहीं किसान नेता का कहना है कि सीएचसी में इलाज के लिए जाने पर पहले कोविड जांच की बात कही जा रही है लेकिन किट न होने की बात कह कर उनकी जांच नहीं कि गई। मामला सुबह तकरीबन साढ़े दस बजे का है।किसान नेता रमेश बहादुर सिंह सांस फूलने की शिकायत होने पर खुद को दिखाने गए थे।वहां मौजूद चिकित्सक ने उन्हें पहले कोविड जांच कराने की सलाह दी।किसान नेता का आरोप है कि उनकी जांच नहीं की गई। उन्होंने इसके खिलाफ वहीं धरना दे दिया।उनका कहना है कि बाद में बहाने से उन्हें एक कमरे में ले जाकर महिला चिकित्सकों ने उनकी पिटाई की। उधर सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर राजीव गौतम का कहना ही कि रमेश बहादुर नाम के व्यक्ति आये थे।उन्हें कोविड जांच की सलाह दी गई थी।एंटीजेन किट खत्म होने की वजह से उन्हें आरटीपीसीआर जांच कराने के लिए ड्यूटी पर तैनात टेक्निकल ने कहा तो वह नाराज हो गए।वह ज़िद पर अड़े रहे कि एंटीजेन टेस्ट ही किया जाए जबकि आज बची 26 किटें सुबह से उनके आने तक खत्म हो गई थीं।इसी को लेकर रमेश बहादुर बवाल करने लगे और स्टाफ से गाली गलौज शुरू कर दी।अधीक्षक का कहना है कि महामारी के चलते जहां एक तरफ भीड़भाड़ से बचने की सलाह दी जा रही है वहीं इनके बवाल से मजमा इकट्ठा हो गया।स्टाफ भी भय के मारे इधर उधर हो गए जिससे काम भी प्रभावित होने लगा। अधीक्षक के मुताबिक बवाल ज़्यादा न बढ़े इस लिए पुलिस बुलाकर पूरे मामले की जानकारी दी गई है। लालगंज कोतवाली प्रभारी अरुण सिंह ने बताया कि सीएचसी अधीक्षक की तहरीर पर रमेश बहादुर के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए उनका चालान कर दिया गया है।
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