नई दिल्ली,नवसत्ता : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी के प्रशिक्षुओं से वीडियो कांफे्रंस के माध्यम से संवाद किया। इस अवसर पर गृह मंत्री अमित शाह और गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय भी वर्चुअली साथ जुड़े रहे।
पीएम ने प्रशिक्षुओं से बात करते हुए कहा, आप एक ऐसे समय पर करियर की शुरूआत कर रहे हैं, जब भारत हर क्षेत्र, हर स्तर पर परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। आपके करियर के आने वाले 25 साल, भारत के विकास के भी सबसे अहम 25 साल होने वाले हैं। इसलिए आपकी तैयारी, आपकी मनोदशा, इसी बड़े लक्ष्य के अनुकूल होनी चाहिए।
वहीं बिहार कैडर की एक महिला अधिकारी नवजोत से संवाद के दौरान पीएम ने कहा कि पुलिस सेवा में बेटियों का ज्यादा से ज्यादा फोर्स में आना, पुलिस सिस्टम को मजबूत करेगा। पीएम ने सभी अफसरों से आग्रह किया कि डिजिटल अवेयरनेस बढ़ाना होगा। अगर इस संदर्भ में इस विषय में कोई सुझाव हो तो वह मुझ तक, गृह मंत्रालय तक पहुंचाइए क्योंकि आपके इनोवेशन और विचार फाइनेंसियल फ्रॉड पर लगाई जा सकती है।
भारत ने 75 सालों में एक बेहतर पुलिस सेवा के निर्माण का प्रयास किया है
पीएम ने कहा कि इस साल की 15 अगस्त की तारीख, अपने साथ आजादी की 75वीं वर्षगांठ लेकर आ रही है। बीते 75 सालों में भारत ने एक बेहतर पुलिस सेवा के निर्माण का प्रयास किया है। पुलिस ट्रेनिंग से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर में भी हाल के वर्षों में बहुत सुधार हुआ। पीएम ने कहा कि मेरा हर साल ये प्रयास रहता है कि आप जैसे युवा साथियों से बातचीत करूं। आपके विचारों को लगातार जानता रहूं।
इच्छाशक्ति ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को बदल दिया
प्रधानमंत्री मोदी ने नमक सत्याग्रह का जिक्र करते हुए कहा कि गांधी जी ने लोगों के एक छोटे समूह के साथ साबरमती से दांडी मार्च की शुरुआत की थी। हर गुजरते दिन के साथ, कुछ लोग मार्च में शामिल हुए। जब वह दांडी पहुंचे, तो पूरा देश खड़ा हो गया। अंग्रेज हिल गए। मैं चाहता हूं कि आप उस इच्छाशक्ति से प्रेरणा लें। इस इच्छाशक्ति ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम को बदल दिया था।
पीएम ने कहा कि 1930 से 1947 के बीच देश में जो ज्वार उठा, जिस तरह देश के युवा आगे बढ़कर आए, एक लक्ष्य के लिए एकजुट होकर पूरी युवा पीढ़ी जुट गई, आज वही मनोभाव आपके भीतर अपेक्षित है। उस समय देश के लोग स्वराज्य के लिए लड़े थे। आज आपको सुराज्य के लिए आगे बढऩा है। मोदी ने कहा कि आप एक ऐसे समय पर करियर शुरु कर रहे हैं, जब भारत हर क्षेत्र, हर स्तर पर बदलाव के दौर से गुजर रहा है। आपके करियर के आने वाले 25 साल, भारत के विकास के भी सबसे अहम 25 साल होने वाले हैं। इसलिए आपकी तैयारी, आपकी मनोदशा, इसी बड़े लक्ष्य के अनुकूल होनी चाहिए।
हर गतिविधि में राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम की भावना रिफ्लेक्ट होनी चाहिए
मोदी ने कहा कि फील्ड में रहते हुए आप जो भी फैसले लें, उसमें देशहित होना चाहिए, राष्ट्रीय परिपेक्ष्य होना चाहिए। आपकी सेवाएं देश के अलग-अलग जिलों में होगी, शहरों में होगी। इसलिए आपको एक मंत्र याद रखना है। आपको हमेशा ये याद रखना है कि आप एक भारत, श्रेष्ठ भारत के भी ध्वजवाहक है। इसलिए, आपके हर एक्शन, आपकी हर गतिविधि में राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम की भावना रिफ्लेक्ट होनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में हमारे पुलिसकर्मियों ने, देशवासियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है। इस प्रयास में कई पुलिस कर्मियों को अपने प्राणों ही आहूति तक देनी पड़ी है। मैं उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं और देश की तरफ से उनके परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं।
गौरतलब है कि सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, अखिल भारतीय सिविल सेवा परीक्षा के आधार पर चुने गये भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान करता है। भारतीय पुलिस सेवा में अधिकारियों का चयन प्रत्येक वर्ष संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित ‘सिविल सेवा परीक्षा’ के माध्यम से होता है। सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद में है।
Posted By : Ruchi Mishra