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यूपी में पॉड टैक्सी सेवा को 2025 तक शुरू करने का लक्ष्य

नोएडा,नवसत्ता : उत्तर प्रदेश में पहली पॉड टैक्सी नोएडा में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के बीच पर्सनल रैपिड ट्रांजिट यानी पॉड टैक्सी सेवा मुहैया कराने की रोजना बनाई गई है। माना जा रहा है कि यह सेवा 2025 तक शुरू हो जाएगी। यह पॉड टैक्सी 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी आौर एक टैक्सी में चार से छह यात्री बैठ सकेंगे।

बता दें कि यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) नोएडा हवाईअड्डा यानी जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के बीच पर्सनल रैपिड ट्रांजिट यानी पॉड टैक्सी सेवा मुहैया कराने की योजना बना रहा है। इस बारे में यीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि नोएडा हवाईअड्डे और फिल्म सिटी के बीच पॉड टैक्सी चलाने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईपीआरसीएल) को दी गई थी और उसने परियोजना रिपोर्ट बना कर दी है।

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह के मुताबिक, पॉड टैक्सी फिल्म सिटी सेक्टर 21 से शुरू होगी और सेक्टर 28, 29, 30, 32 एवं 33 से होते हुए नोएडा हवाईअड्डे तक जाएगी। इसके अलावा उन्होंने बताया कि नोएडा हवाईअड्डे से फिल्म सिटी की दूरी 6.5 किलोमीटर है। ग्रेटर नोएडा से नोएडा हवाईअड्डे तक प्रस्तावित मेट्रो मार्ग पर फिल्म सिटी के बाद अगला पड़ाव सीधे हवाईअड्डा है। उन्होंने कहा कि फिल्म सिटी की वजह से आसपास का क्षेत्र पर्यटन केंद्र के रूप में भी विकसित होगा, जिससे पर्यटकों का आवागमन काफी बढ़ेगा। इसे देखते हुए फिल्म सिटी से यीडा के सेक्टरों को जोड़ते हुए पॉड टैक्सी चलाने का निर्णय लिया गया है।

यीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुण वीर सिंह ने बताया कि पॉड टैक्सी सेवा 14.5 किलोमीटर के क्षेत्र में मुहैया कराई जाएगी और 2025 तक शुरू करने का लक्ष्य है। फिलहाल सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इस दिशा में काम आगे बढ़ेगा। वहीं परियोजना रिपोर्ट में पहले दिन से 8,000 लोगों के प्रतिदिन यात्रा करने का अनुमान जताया गया है। इस 14.5 किलोमीटर के सफर को तय करने में 15 मिनट लगेंगे। उन्होंने बताया कि पॉड टैक्सी 100 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी आौर एक टैक्सी में चार से छह यात्री बैठ सकेंगे। जबकि पॉड टैक्सी के लिए बनाए जाने वाले एक किमी ट्रैक की लागत करीब 60 करोड़ रुपये आती है।

बहरहाल, पॉड टैक्सी दो तरह से चलती है, एक ट्रैक पर और दूसरा केबल की मदद से हैंगिंग मोड पर। हालांकि भारत में इसे ट्रैक पर चलाए जाने की योजना है। इस ट्रैक पर न तो रेड सिग्नल होगा और न ही जाम लगेगा। जबकि विदशों में जो पॉड टैक्सी चल रही हैं वो 4 से 6 सीटर हैं, लेकिन भारत में 8 से 10 सीटर टैक्सी चलाए जाने की योजना है।

Posted By : Priyanshu Bajpai

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