इंफाल, नवसत्ताः मणिपुर में 3 मई को भड़की हिंसा को आज करीब दो महीने से ज्यादा गए हैं लेकिन अभी भी वहां के हालातों में कोई सुधार नहीं आया है। बढ़ते दिनों के साथ- साथ हिंसा में मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। ऐसे में मणिपुर के सीएम ने हिंसा के बीच बुधवार से 1 से 8 तक की कक्षाओं को खोलने के आदेश दिये हैं। उन्होंने कहा कि 1 से 8 तक के स्कूलों को खोल दिया जाए और 9 से 12वीं तक के स्कूल और कॉलेजों को अभी नहीं खोला जाएगा। क्योंकि इन स्कूलों में राहत कैंप लगे हैं। शिविरों में लगभग 50 हजार से ज्यादा लोग रह रहे हैं।
साथ ही सीएम ने गांवों में बने प्राइवेट बंकर को हटाने का भी आदेश दिया, लेकिन जनजातीय संगठन इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम ने इसे मानने से इनकार कर दिया। बता दे कि राज्य के 16 में से 5 जिलों में पूरे दिन के कर्फ्यू को हटा दिया गया है और 11 जिलों में शाम 5 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा है।
इसी के साथ आपको बता दे कि मंगलवार रात कुछ उपद्रवियों ने थोउबल जिले भारतीय रिजर्व बटालियन के कैंप पर हमला करते हुए वहां के हथियार चुराने की कोशिश की। इस दौरान भीड़ और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हो गई। हथियारों से लैस भीड़ ने ओपन फायर किया, जिसके जवाब में सेना को गोली चलानी पड़ी। जिस दौरान 27 साल के एक शख्स की मौत हो गई, जबकि असम राइफल्स का जवान गोली लगने से घायल हो गया।
मामले को लेकर अधिकारियों ने बताया कि भीड़ ने कैंप तक आने वाले कई रास्तों को ब्लॉक कर दिया, जिससे अतिरिक्त सुरक्षाबल वहां न पहुंच सके, लेकिन फोर्सेस किसी तरह आगे बढ़ पाईं। इस बीच भीड़ ने जवानों की गाड़ी को भी आग लगा दी।