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Lulu Mall Controversy: उत्तर प्रदेश में निवेश के माहौल को बिगाड़ने की हो रही साजिश!

नीरज श्रीवास्तव

लखनऊ,नवसत्ता: बीते सप्ताह से राजधानी में खुले एक मॉल को लेकर जिस तरह की उठापटक हो रही है उससे उत्तर प्रदेश में निवेश की माहौल को धक्का लग रहा है. सिलसिलेवार हो रही घटनाओं से साफ है कि कुछ संगठन प्रदेश में बने निवेश के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं. आज भी एक संगठन के बीस लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है.

सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी दूसरी सरकार के सौ दिन पूरे होने पर कहा था कि पहले की सरकारों में निवेश का माहौल नहीं बल्कि दंगों का भय होता था. हमने इस माहौल को बदला जिस कारण आज प्रदेश में बड़ी-बड़ी कंपनियां आकर उद्योग लगा रही हैं. तीसरे उत्तर प्रदेश निवेशक सम्मेलन के जरिये प्रदेश में 80 हजार करोड़ रुपये की करीब 1400 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लुलु मॉल का उद्घाटन किया था

निवेश अब जमीन पर भी दिखने लगा है. निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए योगी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही हैैै. यही कारण है कि गत 10 तारीख को बकरीद के दिन राजधानी में बने लुलु मॉल को उद्घाटन स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया. पहले ही दिन मॉल में एक लाख से अधिक लोग शापिंग के लिए आये. उस दिन से ही लुलु मॉल विवादों में घिरा है.पहले कुछ लोगों की नमाज पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ.

लुलु मॉल में नमाज पढ़ने के बाद शुरू हुआ विवाद

मॉल प्रशासन की ओर से कहा गया कि नमाज पढ़ने वाले उनके कर्मचारी नहीं है. इस सबंध में मुकदमा भी दर्ज हो गया है. इसके बाद मॉल में नमाज न पढ़ने का बोर्ड भी लगा दिया गया है. बावजूद इसके मॉल के आस-पास प्रतिदिन कोई न कोई हंगामा हो रहा है.

लूलू मॉल के बाहर तैनात पुलिस

आज खुद को हिंदू संगठन से जुड़ा बताने वाले आदित्य मिश्रा और उसके समर्थक हाथों में झंडे और बैनर लेकर मॉल में हनुमान चालीसा पढ़ने पहुंच गए. इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस कर्मियों से झड़प हो गई. दो युवकों ने माल में हनुमान चालीसा भी पढ़ा. जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया है. पुलिस ने इन्हें खींच-खींच कर बस में भरा. कुछ देर तक प्रदर्शनकारियों की पुलिस से लुका छिपी चलती रही. पुलिस ने मॉल के चारों तरफ दौड़-दौड़कर प्रदर्शनकारियों को ढूंढ़ा. ये सभी खुद को हिंदूवादी संगठन से जुड़ा बता रहे हैं और मॉल में हनुमान चालीसा पढ़ने पहुंचे थे.

हनुमान चालीसा पढ़ने पहुंची करणी सेना, बजरंग दल और कुछ अन्‍य हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं से पुलिस की नोकझोंक

इसके पहले, लुलु मॉल में नमाज पढ़ने के विरोध में हिंदू संगठनों ने शुक्रवार को सुंदरकांड के पाठ का आह्वान किया था. देर शाम करीब सात बजे तीन युवक वहां सुंदरकांड पाठ करने पहुंचे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोका. इस पर हंगामा शुरू हो गया. इस बीच एक युवक नमाज पढ़ने की बात कहकर अंदर जाने लगा तो माहौल और गरम हो गया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया. शांतिभंग व धारा 144 के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपियों को जेल भेज दिया. वहीं, मॉल में सुंदरकांड का पाठ का आह्वान करने वाली हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष व हिंदू नेता स्व. कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी को हाउस अरेस्ट कर लिया गया. आये दिन हो रहे बवाल और मीडिया में चल रही खबरों से अफवाहों का बाजार भी गर्म है.

क्या है लुलु मॉल

अबू धाबी के लुलु ग्रुप इंटरनेशनल ने इस मॉल को बनवाया है. जिसके मालिक भारतीय मूल के युसूफ अली एमए  हैं. लुलु इंटरनेशनल इससे पहले दक्षिण भारत के 4 शहरों कोच्चि, तिरुअनंतपुरम त्रिशूर और बेंगलुरु में भी लुलु मॉल बना चुका है. राजधानी लखनऊ में स्थित लुलु मॉल करीब 2000 करोड़ की लागत के साथ 22 लाख वर्ग फुट में तैयार हुआ है. लुलु इंटरनेशनल के अमेरिका यूरोप मध्य एशिया के 22 देशों में 235 से ज्यादा रिटेल स्टोर हैं.

लुलु ग्रुप के मालिक युसूफ अली

लुलु ग्रुप के मालिक युसूफ अली की पैदाइश केरल के त्रिशूल जिले में हुई थी. इसके बाद 1973 में वो अबू धाबी चले गए कई लोग इस मॉल के नाम को लेकर भी चौंकते हैं कि इतनी बड़ी रिटेल चेन का नाम लुलु क्यों रखा गया. आपको बता दें लुलु एक फारसी शब्द है जिसका अर्थ होता है मोती. अब यही मोती कुछ लोगों को पसंद नहीं आ रहा है.

विवाद के पीछे व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता तो नहीं?

राजधानी में जिस तरह लुलु मॉल को लेकर विवाद खड़ा किया जा रहा है वह केवल नमाज तक ही सीमित नहीं है. सोशल मीडिया पर इस मॉल को लेकर कई साम्प्रदायिक टिप्पणी की जा रही है. यहां तक कहा जा रहा कि मॉल की आड़ में जेहाद को बढ़ावा दिया जा रहा है. मॉल में 70 फीसदी मुस्लिम लड़के और 30 फीसदी हिन्दू लड़कियों को नौकरी पर रखा गया है. मॉल में आ रही लाखों की भीड़ को लेकर एक अखबार की टिप्पणी थी कि मॉल प्रबंधन ने शहीद पथ की सर्विस लेन पर कब्जा कर लिया है.

जानकारों का कहना है कि यह खबरें ऐसे ही नहीं आ रहीं हैं. मीडिया घरानों के यहां मॉल यहां पहले से चल रहे हैं. इसके अलावा एक बड़े औद्योगिक घराने के भी कई स्टोर खुले हुए हैं. जाहिर है लुलु मॉल के खुलने से उनके व्यवसाय पर सीधा असर पड़ रहा है. बहरहाल कारण कोई हो परन्तु लुलु मॉल पर उठे विवाद का विपरीत असर प्रदेश के निवेश के माहौल पर पड़ेगा इससे इंकार नहीं किया जा सकता.

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