गुवाहाटी,नवसत्ता: असम में कई दिनों से जारी बारिश के कारण हालात बदतर हो गए हैं. बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओ से राज्य में अब तक 55 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि असम के 28 जिलों में इस साल 18.95 लाख से अधिक लोग बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. वहीं, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में भी स्थिति बेहतर नहीं है. वहां भूस्खलन के कारण सड़कें डैमेज हो गई हैं और गांवों में बाढ़ आ गई है.
प्रधानमंत्री ने हर संभव मदद का दिया आश्वासन
इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को फोन कर राज्य में बाढ़ की मौजूदा स्थिति की जानकारी ली और केंद्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. मोदी ने बाढ़ से प्रभावित लोगों को हो रही कठिनाइयों पर चिंता भी जताई.
करीब 28 जिले बाढ़ से प्रभावित
असम में पिछले 3-4 दिनों से तेज बारिश के चलते लोगों की परेशानी बढ़ गई है. राज्य के करीब 28 जिले बाढ़ की चपेट में हैं, इससे करीब 11 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं.
अधिकारियों का कहना है कि राज्य के कई इलाकों में ब्रह्मपुत्र, गौरांग, कोपिली, मानस और पगलाडिय़ा नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर है. वहीं सबसे अधिक जानें होजई, नलबाड़ी, बजली, धुबरी, कामरूप, कोकराझार और सोनितपुर जिलों में गईं. इधर होजई और सोनितपुर जिलों में दो लोगों के लापता होने की भी खबर है.
राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 72 राजस्व मंडलों के अंतर्गत आने वाले 1,510 गांव में पानी भरा है. स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है. अधिकारियों का कहना है कि जब तक कोई इमरजेंसी न हो घरों से बाहर निकलने से बचें.