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हॉकी के गौरवशाली इतिहास में यूपी के खिलाड़ियों का विशेष योगदान: मुख्यमंत्री

लखनऊ,नवसत्ता: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारतीय हॉकी के गौरवशाली इतिहास में उत्तर प्रदेश के हॉकी खिलाड़ियों का विशेष योगदान है. हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है. एक समय ओलम्पिक में भारत का दबदबा था. प्रदेश सरकार खेल एवं खिलाड़ियों के हित को ध्यान में रखते हुए मेरठ में ‘मेजर ध्यानचन्द स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी’ की स्थापना की कार्यवाही को आगे बढ़ा रही है. उन्होंने कहा कि खेल में हार-जीत महत्वपूर्ण नहीं होती है, बल्कि खेल भावना एवं खेल के प्रति जोश महत्वपूर्ण होता है. खेल जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा एवं नये अवसर प्रदान करता है.

मुख्यमंत्री आज यहां गोमतीनगर स्थित पद्मश्री मो0 शाहिद हॉकी स्टेडियम में के0डी0 सिंह ‘बाबू’ मेमोरियल सोसाइटी द्वारा आयोजित 32वीं अखिल भारतीय के0डी0 सिंह बाबू मेमोरियल सब जूनियर (अण्डर-14) प्राइज मनी हॉकी प्रतियोगिता के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे. उन्होंने सभी को नवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खिलाड़ी जब खेल के मैदान में खेलता है तो वह खिलाड़ी केवल अपने लिए नहीं खेलता, बल्कि वह देश के लिए खेलते हुए बहुत से संदेश देकर जाता है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वर्ष स्व0 के0डी0 सिंह ‘बाबू’ का जन्म शताब्दी वर्ष है. वर्ष 1948 में लंदन ओलम्पिक तथा वर्ष 1952 में हेलसिंकी ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम ने स्वर्ण पदक प्राप्त किया था. मेजर ध्यानचन्द, के0डी0 सिंह ‘बाबू’ इत्यादि ने अपने समय में भारतीय हॉकी को पूरी दुनिया में नई ऊंचाइयां प्रदान की और विश्व के हॉकी खेल प्रेमी भी उनके खेल को पसन्द करते थे.

वर्ष 1948 के लंदन ओलम्पिक में के0डी0 सिंह ‘बाबू’ ने भारतीय हॉकी टीम के उप कप्तान तथा वर्ष 1952 के हेलसिंकी ओलम्पिक में भारतीय हॉकी टीम के कप्तान की भूमिका निभायी थी. श्री के0डी0 सिंह ‘बाबू’ ने 1974 में गठित खेल निदेशालय के प्रथम खेल निदेशक के रूप में खेल गतिविधियों को आगे बढ़ाने का कार्य किया था. हम सभी उनके कार्याें से अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 02 वर्षाें से पूरी मानवता कोरोना महामारी से जूझती नजर आयी है. हम सभी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में वैश्विक महामारी कोरोना का सफलतापूर्वक सामना किया है. देश ने सफल कोरोना प्रबन्धन द्वारा लोगों के जीवन एवं आजीविका को बचाया है. बिना भेदभाव के सभी को निःशुल्क टेस्ट, निःशुल्क वैक्सीन, निःशुल्क उपचार एवं हर गरीब को निःशुल्क राशन की सुविधा प्रदान की गयी है. कोरोना के कारण खेलकूद एवं शिक्षण की गतिविधियां रुक गयीं थी, वर्तमान में यह पुनः सक्रिय हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना की चुनौतियों के बावजूद विगत वर्ष ओलम्पिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पूरी दुनिया के सामने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. टोक्यो ओलम्पिक में अब तक के सबसे बड़े भारतीय खिलाड़ी दल ने प्रतिभाग किया. प्रदेश सरकार ने टोक्यो ओलम्पिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों एवं इस दल में शामिल प्रदेश के खिलाड़ियों को भारतरत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी इकाना अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, लखनऊ में सम्मानित करने का कार्य किया. साथ ही, प्रदेश सरकार ने टोक्यो पैरालम्पिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों एवं इस दल में प्रदेश से शामिल खिलाड़ियों को जनपद मेरठ में सम्मानित किया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सभी जनपदों में स्टेडियम व मिनी स्टेडियम निर्मित कराए जा रहे हैं. प्रदेश में अब तक 76 स्टेडियम, 68 बहुउद्देश्यीय हॉल, 39 तरण ताल, 13 सिंथेटिक हॉकी स्टेडियम, 02 सिंथेटिक रनिंग ट्रैक, 02 अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, 11 सिंथेटिक टेनिस कोर्ट, 02 जूडो हॉल, 11 कुश्ती हॉल, 06 शूटिंग रेंज, 02 इनडोर वॉलीबॉल हॉल, 11 वेट लिफ्टिंग हॉल, 16 सिंथेटिक बास्केट बॉल कोर्ट, 36 अत्याधुनिक जिम उपकरण, 18 छात्रावास भवन, 19 डॉरमेट्री का निर्माण कराया जा चुका है. प्रदेश में 03 स्पोर्ट्स कॉलेज-लखनऊ, गोरखपुर एवं सैफई में संचालित करते हुए नवोदित खिलाड़ियों को खेल का बेहतर वातावरण एवं अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार वर्तमान में अन्तर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भागीदार बनने वाले सभी खिलाड़ियों के प्रोत्साहन हेतु ओलम्पिक में एकल वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने पर 06 करोड़ रुपए, रजत पदक पर 04 करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक पर 02 करोड़ रुपए का पुरस्कार प्रदान कर रही है. टीम गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने पर 03 करोड़ रुपए, रजत पदक पर 02 करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक पर 01 करोड़ रुपए के पुरस्कार की व्यवस्था है. इसके अतिरिक्त, प्रदेश सरकार ओलम्पिक खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहन स्वरूप 10 लाख रुपए की धनराशि प्रदान कर रही है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतने पर 03 करोड़ रुपए, रजत पदक पर 1.50 करोड़ रुपए तथा कांस्य पदक पर 75 लाख रुपए की धनराशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जा रही है. कॉमनवेल्थ गेम्स एवं विश्वकप में स्वर्ण पदक जीतने पर 1.50 करोड़ रुपए, रजत पदक पर 75 लाख रुपए तथा कांस्य पदक पर 50 लाख रुपए की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है. इसके अलावा, इन खेलों में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को प्रोत्साहन स्वरूप 05 लाख रुपए की धनराशि प्रदान किए जाने की व्यवस्था है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने हेतु नकद पुरस्कार प्रदान करने के साथ ही, विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एक-एक खिलाड़ी को प्रदेश के सर्वोच्च पुरस्कार, पुरुष वर्ग में लक्ष्मण पुरस्कार एवं महिला वर्ग में रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार के रूप में 03 लाख 11 हजार रुपए की नकद धनराशि, एक कांस्य प्रतिमा तथा प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया जाता है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार, द्रोणाचार्य पुरस्कार, ध्यानचन्द पुरस्कार, खेलरत्न पुरस्कार व खेल के क्षेत्र में पद्मश्री व पद्मभूषण से सम्मानित खिलाड़ियों को 20,000 रुपए प्रतिमाह की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है. साथ ही, प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के खिलाड़ियों के कल्याणार्थ चलायी जाने वाली योजना के अन्तर्गत वृद्ध, अशक्त एवं विपदाग्रस्त राज्य स्तर के खिलाड़ियों को 4,000 रुपए, राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 6,000 रुपए तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को 10,000 रुपए प्रतिमाह की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि भूतपूर्व उत्कृष्ट खिलाड़ियों की प्रेरणा से आज के खिलाड़ी उनकी परम्पराओं को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं. हॉकी के प्रति हम सबके मन में गौरव की अनुभूति होनी चाहिए और इसके विकास के लिए हम सबको कार्य करने होंगे, क्योंकि उत्तर प्रदेश हॉकी की आधार भूमि रही है. हॉकी के जादूगर मेजर ध्यान चन्द तथा के0डी0 सिंह बाबू के अलावा पद्मश्री मोहम्मद शाहिद, रवीन्द्र पाल, सैय्यद अली, डॉ0 आर0पी0 सिंह, सुजीत कुमार, रजनीश मिश्रा, मोहम्मद शकील, देवेश चौहान, एम0पी0 सिंह, जगवीर सिंह, विवेक सिंह, राहुल सिंह, तुषार खाण्डेकर, दानिश मुर्तजा, ललित उपाध्याय, प्रेममाया, रंजना श्रीवास्तव, मंजू बिष्ट, पुष्पा श्रीवास्तव, रजनी जोशी, वन्दना कटारिया, रितुषा कुमार आर्या सहित अनेक खिलाड़ियों ने न केवल प्रदेश बल्कि देश का गौरव बढ़ाया है.

कार्यक्रम के अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने 32वीं अखिल भारतीय सब जूनियर (अण्डर-14) प्राइज मनी हॉकी प्रतियोगिता की विजेता टीम फ्लिकर हरियाणा एवं उप विजेता टीम यू0पी0 ग्रेस के साथ ही तृतीय एवं चतुर्थ स्थान पर रही हॉकी हरियाणा एवं नवल टाटा हॉकी एकेडमी, ओडिसा के सभी खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया. साथ ही, उन्होंने प्रदेश एवं देश के विभिन्न हॉकी ओलम्पिक खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया. उन्होंने सभी प्रतिभागी खिलाड़ियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी.

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव सूचना एवं एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, खेल निदेशक डॉ0 आर0पी0 सिंह, के0डी0 सिंह ‘बाबू’ मेमोरियल सोसाइटी के विश्व विजय सिंह, धीरेन्द्र सिंह तथा आनन्द सिंह सहित खेल जगत से जुड़ी हस्तियां, गणमान्य नागरिक एवं खिलाड़ी उपस्थित थे.

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