लखनऊ,नवसत्ता: प्रतापगढ़ की लालगंज तहसील में नायक नाजिर की पिटाई के बाद मौत के मामले में एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव का मामला संज्ञान में आते ही सीएम योगी ने बड़ी कार्रवाई की है. सीएम योगी ने फरार चल रहे आरोपित एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव को निलंबित करने का निर्देश दिया, जिसके बाद शासन ने कार्रवाई की है. आज ही उनके निलंबन की कार्रवाई की पुष्टि जिलाधिकारी प्रतापगढ़ ने की है.
गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें रवाना
उधर फरार चल रहे एसडीएम की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लखनऊ व सुल्तानपुर भी गई हैं. प्रतापगढ़ के लालगंज के एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव ने बीते बुधवार रात तीन अन्य लोगों के साथ नायब नाजिर सुनील कुमार शर्मा (55) की डंडे से पिटाई की थी. इलाज के दौरान शनिवार की रात जिला अस्पताल में सुनील की मौत हो गई थी.
तहसील कर्मचारियों ने अस्पताल में किया हंगामा
इसके बाद जिला अस्पताल में तहसील कर्मचारियों ने हंगामा किया था. इसके बाद आरोपित एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव सहित चार लोगों के खिलाफ धारा 302 में रिपोर्ट दर्ज की गई थी. कर्मचारी नेताओं ने आरोपित एसडीएम की गिरफ्तारी, मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा एवं बेटे को सरकारी नौकरी देने की मांग की है. जिलाधिकारी ने बताया है कि एसडीएम लालगंज को हटाकर वहां पर दूसरे एसडीएम की नियुक्ति की गई है और मामले की जांच की जा रही है.
कलेक्ट्रेट-तहसीलों में तालाबंदी की घोषणा
इस मामले में कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ ने घटना के विरोध में सोमवार को प्रदेश भर में कलेक्ट्रेट/तहसीलों में तालाबंदी कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजने की भी घोषणा की है. इसकी तालाबंदी की घोषणा से पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोपित ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव को निलंबित कर दिया है.