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मंत्री बनते ही फिर आम से ‘खास’ बन गए माननीय!

संजय श्रीवास्तव
 
शपथ जनता की सेवा की और जनता से ही दूरदूर दराज से आने वाले कार्यकर्ता और जनता को टरकाया जाता है

लखनऊ,नवसत्ताः जी हां योगी पार्ट 2 बनते ही सरकार के मंत्रियों का सिर आसमान चढ़ने लगा है। सिवाय मनचाहे और विभाग के अफसरों के अलावा वो किसी से मिल भी नहीं रहे। पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर पत्रकार और जनता का तो फोन ही नहीं उठाते और कहीं उठा भी लिया तो आवाज ओएसडी या पीएसओ की होती है, जो सीधे सीधे मंत्री जी बाहर हैं बिजी हैं कहके टरका देता है। बात कराने की तो बात ही दूर किसी का नंबर भी नोट नहीं किया जाता है।

सरकार बनते ही जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों और विधायकों को जनता की सेवा का पाठ पढ़ाया, उन्हें जनता से मिलने उनकी समस्याओं को सुनकर उसे फौरन निपटाने की हिदायत दीं। लेकिन ये क्या अभी तो मंत्रियों ने अपना कामकाज भी ठीक से नहीं संभाला लेकिन मिजाजपुर्सी एकदम से बदल गई। सभी मंत्री अपने सचिव और स्टाफ को साधने में लगे हैं कौन सा अफसर और कर्मचारी उनके मनमाफिक काम करने में उनकी कसौटियों पर खरा उतरेगा। सबसे अखरने वाली बात तो उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक को लेकर है जो कई बार फोन करने और मैसेज देने के बाद भी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं जबकि उनकी छवि ही ये रही है कि वो सबसे मिलते हैं सबका फोन उठाते हैं और अगर बिजी रहे तो कॉलबैक करते हैं लेकिन अफसोस अब बृजेश पाठक भी रंग बदलने लगे हैं बड़े लोगों के फोन भले उठा ले हमारे तो नहीं उठाते और ना ही मैसेज का कोई जवाब दिए।

इस क्रम में दूसरे नंबर पर चर्चित पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का नाम है जो खुद किसका फोन उठाते हैं ये वही बता सकते हैं बाकी लोगबाग और हम स्वयं जब फोन किए तो उनका नंबर उनके ओएसडी अजीत उठाते हैं ज्यादातर लोगों के पास मंत्री के पीएसओ सुमित चैधरी और सुमित तोमर का नंबर बंटता है क्योंकि ये ही वे दो लोग हैं जो जिसे चाहे मंत्री से मिला सकते हैं नहीं तो गेट के अंदर भी नहीं आने देते। वाकया नवरात्र के पहले दिन के दोपहर का है मै किसी तरह मंत्री जी के गेट के अंदर चला गया और बाहर शेड के नीचे के सोफे पर बैठ गया अब सुमित तोमर वहां जिसे चाहे मिलवा रहा था और जिसे चाहे मना करवा दे रहा था बाहर से सुरक्षा के जवान जब किसी के आने की बात कहते तो वो कहलवा देता कि कह दो मंत्री जी बाहर हैं। हां मंत्री जी जिसे बुलाते वो बेधड़क अंदर जाकर चाय पान के साथ मेल मुलाकात करता है। मैने मंत्री जी के नंबर पर फोन किया तो ओएसडी अजीत ने ही उठाया मैने उनसे सुमित चैधरी और सुमित तोमर के बारे में पूछा तो पता चला कि वो दोनों ही उनके पीएसओ हैं, अजीत ने बताया कि मंत्री जी सबसे मिलते हैं और सबसे बात भी करते हैं हां यदा कदा ही फोन नहीं उठता पर अजीत ये नहीं बता पाए कि लोग पीएसओ के नंबरों पर मंत्री जी से मिलने के लिए फोन क्यों करते हैं। बीजेपी के कई कार्यकर्ता नाम ना लिखने की शर्त पर बताते हैं कि नई सरकार में कमोबेश ज्यादातर मंत्रियों का हाल यही है वो जनता पत्रकारों और पार्टी के कार्यकर्ताओं से भी मिलने से गुरेज करते हैं ऐसे में सवाल लाजमी है कि मोदी के मिशन 2024 को ये मंत्री अंजाम तक कैसे पंहुचायेंगे जो जनता से मिलना भी मुनासिब नहीं समझते।

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