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योगी मंत्रिमण्डल के चेहरों के जरिये 2024 साधने की तैयारी

नीरज श्रीवास्तव

लखनऊ,नवसत्ताः उत्तर प्रदेश में आज शपथ ग्रहण करने वाले योगी मंत्रिमण्डल के चेहरों के जरिये भाजपा ने मिशन 2024 को साधने की तैयारी कर ली है। दलित राजनीति में अप्रसांगिक हो चली बसपा के वोटबैंक पर मजबूज पकड़ बनाने के लिए 52 सदस्यीय मंत्रिमण्डल में एक चैथाई यानी 13 अनुसूचित जाति जनजाति को प्रतिनिधित्व दिया गया है। जबकि मंत्रिमंडल में 19 पिछड़ी जाति और 19 सवर्णो के अलावा एक अल्पसंख्यक वर्ग को भी जगह दी गई है।

सरकार और संगठन का लक्ष्य मिशन 2024
मिशन 2022 में अपेक्षा से अधिक परिणाम मिलने के बाद सरकार और संगठन का लक्ष्य मिशन 2024 में यूपी से 2019 की तुलना में अधिक सीटें दिलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार दिल्ली की सत्ता दिलाना है। यही कारण है कि आज योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बनी नई सरकार में मिशन 2024 के मद्देनजर जातिगत और क्षेत्रीय समीकरण का पूरा ख्याल रखा गया है। मंत्रिमंडल में 19 पिछड़ी जाति और 13 अनुसूचित जाति जनजाति और 19 सवर्णो के अलावा एक अल्पसंख्यक वर्ग का प्रतिनिधित्व दिया गया है। मंत्रिमंडल में 18 कैबिनेट मंत्रियों 7 सामान्य वर्ग के 9 पिछडे़ वर्ग के तथा दो अनुसूचित जाति के विधायक को मंत्री बनाया गया है। जबकि राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) में 7 सामान्य वर्ग 4 पिछडे वर्ग के तथा 3 अनुसूचित जाति के मंत्री बनाए गए है।

5 महिलाओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली
इसी तरह राज्यमंत्रियों में 5 सामान्य वर्ग के 6 पिछड़ा वर्ग के तथा 9 अनुसूचित जाति के और एक अल्पसंख्यक यानी मुस्लिम को मंत्रिमंडल में जगह दी गयी है। इसके अलावा 5 महिलाओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली। बेबीरानी मौर्य को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। जबकि रजनी तिवारी, प्रतिभा शुक्ला, विजय लक्ष्मी गौतम राज्यमंत्री होंगी जबकि गुलाब देवी को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का जिम्मा सौंपा गया है। एक मुस्लिम नेता दानिश आजाद को भी मंत्री बनाया गया है। वहीं पिछड़ी जाति के केशव प्रसाद मौर्य केा फिर जगह दी गयी है। जबकि डा दिनेश शर्मा की जगह इस बार बृजेश पाठक को डिप्टी सीएम बनाया गया है। वह ब्राह्मण समाज समाज से आते हैं। इससे साफ है कि पिछले बार की तरह ही डिप्टी सीएम पर एक पिछड़ा ओर एक ब्राम्हण रखा गया है।
जबकि कुर्मी बिरादरी से प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और दलित समाज से बेबीरानी मौर्य को मंत्री बनाया गया है।

 

चैधरी लक्ष्मीनारायण जाट समाज से आते हैं उन्हे फिर मंत्री बनाया गया है। जबकि धर्मपाल सिंह लोध समाज, नंदगोपाल गुप्ता वैश्य समाज, भूपेंद्र चैधरी जाट, अनिल राजभर राजभर बिरादरी, जितिन प्रसाद ब्राह्मण, राकेश सचान कुर्मी समाज, पीएम मोदी के खास और पूर्व आईएएस एके शर्मा और योगेंद्र उपाध्याय ब्राह्मण समाज से आते हैं। उन्हे इस मंत्रिमंडल में जगह दी गयी है।
भाजपा के सहयोगी दल अपना दल के अध्यक्ष और विधानपरिषद सदस्य आशीष पटेल को भी कैबिनेट में जगह दी गई है। वह कुर्मी समाज से आते हैं। और केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के पति है। निषाद पार्टी से 6 विधायक बने हैं। उसके अध्यक्ष संजय निषाद भी मंत्रिमंडल में शामिल किए गए हैं। वहीं समाजवादी पार्टी छोडकर भाजपा में आए वैश्य समाज के नितिन अग्रवाल और कपिल देव अग्रवाल को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का की बड़ी जिम्मेदारी मिली है। ये दोनों वैश्य समुदाय से आते है। जबकि रविंद्र जायसवाल वैश्य, संदीप सिंह लोधी, गुलाब देवी धोबी समाज, धर्मवीर प्रजापति ओबीसी, असीम अरुण जाटव, जेपीएस राठौर क्षत्रिय, अरुण कुमार सक्सेना कायस्थ, दयाशंकर मिश्रा दयालु ब्राह्मण, दिनेश खटीक खटीक बिरादरी, संजीव गौड़ एसटी, जसवंत सैनी सैनी समुदाय से आते है।

रायबरेली-अमेठी में गांधी परिवार को घेरने की रणनीति

रायबरेली,नवसत्ताः मंत्रिमण्डल में कांग्रेस के गढ़ रहे रायबरेली व अमेठी को भी प्रतिनिधित्व मिला है। रायबरेली से कांगे्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी सांसद हैं। उनके खिलाफ भाजपा से चुनाव लड़ने वाले दिनेश प्रताप सिंह को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाकर भाजपा ने साफ संकेत दे दिये हैं कि वह अभी से 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारी में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहती।
पिछली योगी सरकार में रायबरेली का प्रतिनिधित्व नहीं था। दिनेश प्रताप सिंह विधान परिषद का चुनाव भी लड़ रहे हैं। वहीं अमेठी की तिलोई विधानसभा सीट से चुने गये विधायक मंयकेश्वर शरण सिंह को राज्य मंत्री बनाकर अगले लोकसभा चुनाव में भी अमेठी में भाजपा की पकड़ बनाये रखने की पार्टी ने तैयारी की है। पिछला लोकसभा चुनाव जीतकर केन्द्र में मंत्री बनीं बनीं स्मृति ईरानी ने आज न केवल शपथ ग्रहण में भाग लिया बल्कि मंयकेश्वर शरण सिंह के शपथ लेने के बाद उन्हें विशेष तौर पर बधाई भी दी। दोनों मंत्रियों के जरिये अब भाजपा रायबरेली व अमेठी में कांग्रेस को घेरने की कोई कसर नहीं छोड़ेगी।

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