उत्तर प्रदेश में चुनाव का मुख्य मुकाबला सपा व भाजपा में सिमटा
नीरज श्रीवास्तव
लखनऊ,नवसत्ता: उत्तर प्रदेश में चुनावी महासमर का दूसरा चरण सोमवार को होगा। इस चरण के लिए चुनाव प्रचार आज शाम थम जाएगा। पहले चरण का चुनाव सम्पन्न होते ही यह स्पश्ट हो गया है कि सूबे में मुख्य मुकाबला सपा व भाजपा के बीच ही है। दूसरे चरण में जिन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है उनमें प्रमुख रूप से योगी सरकार के वरिष्ठ मंत्री सुरेश खन्ना, सपा के आजम खां व धर्म सिंह सैनी प्रमुख हैं।
2017 में भाजपा को मिली थी निर्णायक बढ़त
सोेमवार को दूसरे चरण के लिए जिन नौ जिलों की 55 सीटों पर मतदान होना है वहां 2017 के चुनाव में बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ जीत कर आई थी। मुस्लिम और दलित बाहुल्य वाले इन क्षेत्रों में स्थति 55 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 2017 में 38 सीटों पर जीत दर्ज की थी,जबकि 15 सीटों पर सपा के उम्मीवार जीते थे। वहीं 3 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार विजयी हुए थे।
दूसरे चरण की महत्वपूर्ण सीटें
दूसरे चरण के चुनाव में नौ जिलों सहारनपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, रामपुर, अमरोहा, बदायूं, बरेली और शाहजहांपुर की 55 विधानसभाओं में होने वाले मतदान मे कुल 586 उम्मीदवार मैदान में हैं जिसमें सबसे अधिक 15-15 उम्मीदवार कांठ, बरेली कैंट और शाहजहांपुर में है। इस चरण की कुछ विधानसभा सीटें चुनाव से पूर्व ही हॉट सीट बनी हुई हैं। जिसमें नकुड़, देवबंद, कुंदरकी, चंदौसी, स्वार, टांडा, रामपुर और शाहजहांपुर शामिल है। इन सीटों पर खड़े उम्मीदवार यूपी के राजनीत िके सयिासी सूरमा रहे हैं. आईए इसके साथ ही जानते हैं क ि इन 9 सीटों पर कसिकी प्रतष्ठिा दांव पर है.
शाहजहांपुर में सुरेश खन्ना फिर मैदान में
दूसरे चरण में सबकी नजरें शाहजहांपुर विधानसभा सीट पर है। इस सीट से बीजेपी के दिग्गज नेता व योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना अपना ताज बचाने के लएि मैदान में हैं। सुरेश खन्ना की राजनीतकि हैसयित की बात करें तो वह अभी तक इस सीट से 8 चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंच चुके हैं। इस चुनाव में उनका मुकाबला सपा गठबंधन के तनवीर खान, बसपा के सर्वेस पांडे और कांग्रेस की पूनम पांडे से हैं।
रामपुर में जेल से चुनाव लड़ रहे हैं आजम खान
रामपुर सीट इस बार भी हॉट सीट बनी हुई है। यूपी के दिग्गज राजनीतिक शख्सियत रहे आजम खान इस सीट से एक बार फिर मैदान में हैं। रामपुर में अपना राज बचाने के लिए वे जेल से ही चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर उनकी राजनीतकि हैसियत की बात करें तो 80 के दशक से यह सीट उनके और उनके परिजनांे के पास है और वह 9 बार इस सीट से जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंच चुके हैं। इस चुनाव में उनका मुकाबला बीजेपी के आकाश सक्सेना, बसपा के सदाकत हुसैन, कांग्रेस के नवाब काजिम अली खान से है।
अब्दुला आजम खान स्वार सीट से हैं मैदान में
आजम खान के साथ ही उनके बेटे अब्दुला आजम खान पर भी इस चुनाव में सबकी नजर है। वह कुछ दिन पहले ही जेल से बाहर आए हैं। सपा ने उन्हें दोबारा टिकट दिया है। वह 2017 में भी विधायक चुने गए थे, लेकिन उम्र को छिपाने के मामले में कोर्ट ने उन्हें अयोग्य कर दिया था। इस बार उनकी किस्मत जनता के हाथों दांव पर लगी है। इस समय वह चुनाव प्रचार अभियान में जोर-शोर से लगे हुए हैं। इस चुनाव में उनका मुकाबला बीजेपी व अपना दल (सोनेलाल) गठबंधन के उम्मीदवार हैदर अली खान से माना जा रहा है। वहीं बसपा ने शंकरपाल को टिकट दिया है। जबकि कांग्रेस ने राम रक्षपाल सिंह को मैदान में उतारा है।
सपा के टिकट पर तय होगा धर्म सिंह सैनी का भविष्य
दूसरे चरण के चुनाव में नकुड़ सीट पर सबकी नजर है। जिसका कारण इस सीट से विधायक धर्म सिंह सैनी हैं। इस सीट पर धर्म सिंह सैनी लगातार 2 बार से विधायक हैं। 2012 का चुनाव उन्होंने बसपा के टिकट पर जीता था। तो वहीं 2017 में बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज कर विधानसभा पहुंचे थे। जिसके बाद योगी सरकार में वह आयुष मंत्री बनाये गए थे, लेकिन चुनाव से ठीक पहले सैनी ने बीजेपी की सदस्यता त्याग कर सपा की साइकिल पर सवार हो गए थे। उनका मुकाबला बीजेपी के मुकेश चैधरी से माना जा रहा है. वहीं इस सीट पर बसपा के साहिल खान और कांग्रेस के रणधीर सिंह मुकाबले को दिलचस्प बनाने की स्थिति में हैं।
योगी सरकार की महिला मंत्री गुलाब देवी चंदौसी से मैदान में
योगी आदित्यनाथ सरकार में राज्यमंत्री के तौर पर गुलाब देवी चंदौसी विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। इसके बाद उन पर सबकी नजर है। मंत्री होने की वजह से सीधे तौर पर चुनाव में उनकी प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है। इस सीट पर सपा ने उनके मुकाबले के लिए विमलेश कुमारी को मैदान में उतारा है, वहीं बसपा से रणविजय सिंह उम्मीदवार हैं। जबकि कांग्रेस में मिथिलेश कुमारी को टिकट दिया है। आजाद समाज पार्टी से रविंद्र कुमार प्रत्याशी हैं।
आवंला में पूर्व व वर्तमान विधायक की भिडंत
दूसरे चरण में होने वाले चुनाव में आंवला विधानसभा सीट एक हाई प्रोफाइल सीट बन चुकी है। इस सीट पर भाजपा ने मौजूदा विधायक धर्मपाल सिंह को मैदान में उतारा है, तो सपा ने आरके शर्मा को टिकट दिया है। आरके शर्मा ने बीजेपी के टिकट पर पिछला चुनाव बिल्सी से जीता था, लेकिन बाद में उन्होंने इस्तीफा देते हुए सपा का दामन थाम लिया था। सपा ने उन्हें इस सीट पर अपना अधकिृत उम्मीदवार बनाया है। इसके बाद इस सीट पर बीजेपी के धर्मपाल सिंह के सामने एक बीजेपी के पूर्व विधायक की ही दावेदारी है। वहीं बसपा ने इस सीट पर लक्ष्मण प्रसाद लोधी को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने ओमवीर यादव को मैदान पर उतारा है।
सपा के महबूब अली के समक्ष गढ़ बचाने की चुनौती
पश्चिमी उत्तर प्रदेश यूपी की अमरोहा विधानसभा सीट पर इस बार समाजवादी पार्टी सरकार में पूर्व मंत्री रहे महबूब अली की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। उन्हें इस चुनाव में एक फिर सपा ने अपना प्रत्याशी बनाया है। जबकि इस विधानसभा सीट पर बीजेपी ने राम सिंह सैनी को चुनाव मैदान में उतारा है। तो वहीं बसपा ने नवीद अयाज को टिकट दिया है। कांग्रेस के टिकट से सलीम खान मैदान में हैं।