नोएडा,नवसत्ता: ग्रेटर नोएडा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस ने 50 से ज्यादा सेंट्रो कार चुराने वाला मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले इस गिरोह के अन्य लोग भी पकड़े जा चुके हैं.
बता दें कि मेरठ, हापुड़ और गौतमबुद्ध नगर में भी इस चोर के खिलाफ 36 मुकदमे दर्ज हैं. सबसे ज्यादा मुकदमे ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 थाने में दर्ज बताए जा रहे हैं. खास बात यह है कि पकड़ा गया चोर हर एक चुराई गई कार की फोटो और उसके फर्जी तैयार किए गए कागजों का रिकॉर्ड अपने पास रखता था. सेंट्रो के अलावा यह गिरोह होंडा सिटी कार भी चुराता था. चोर के लैपटॉप से अब तक चुराई गईं सभी कार का डाटा मिला है.
कुछ दिन पहले ही ग्रेटर नोएडा थाना की बीटा-2 पुलिस टीम ने कार चोर गैंग का खुलासा किया. पुलिस के मुताबिक, गैंग का सरगना दुष्यंत चौहान अपने दो अन्य साथी आस मोहम्मद और संजय फरार के साथ फरार हो गया था. 4 आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. संजय भी अब पकड़ा गया है. पुलिस ने बताया कि गैंग के लोग खासतौर पर होंडा सिटी और सेंट्रो कार चोरी करते थे.
बताते चलें कि शातिर बड़ी होशियारी से कार को चोरी करते थे. सबसे पहले चोरी की कार को नोएडा के सेक्टर-122 में एक गैराज में खड़ी कर देते थे. कार गैराज में आते ही गैराज में रहने वाला आस मोहम्मद दिल्ली निवासी हरदीप ओबरॉय को फोन कर देता था. सूचना मिलते ही हरदीप गुडग़ांव निवासी अपने एक और साथी संजय को भी इसकी जानकारी दे देता था. जिसके बाद दोनों मिलकर चोरी की कार की एक फर्जी आरसी तैयार करते थे.
आरसी में कार को 15 साल पुरानी होना दिखाया जाता था. नंबर प्लेट भी एक नए नंबर के साथ बदल दी जाती थी. तीन से चार दिन में इतना सब होने के बाद हरदीप दिल्ली से ही अपने एक कर्मचारी लाल बहादुर को कार की आरसी, नंबर पलेट लेकर रिकवरी वैन के साथ नोएडा भेज देता था. लाल बहादुर कार को रिकवरी वैन से हुक कर दिल्ली में नजफगढ़ स्थित एक गोदाम पर पहुंचा देता था. यहां पर कार के सभी पार्ट्स अलग-अलग कार उन्हें दिल्ली के बाजारों में बेच दिया जाता था.