एमएलए विनय शाक्य ने भी छोड़ा भाजपा का दामन
अब तक तीन मंत्री और 11 विधायकों ने पार्टी को कहा अलविदा
लखनऊ,नवसत्ता: बीते कुछ दिनों से प्रदेश में यूपी भाजपा के विधायकों की इस्तीफे की बारिश हो रही है. पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य व दारासिंह चौहान के इस्तीफे के बाद से कई विधायकों ने पार्टी को छोड़ दिया है. अब आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी ने पार्टी छोड़ दी है. उनके समाजवादी पार्टी में जाने की सूचना है. डॉ. धर्म सिंह सैनी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
सहारनपुर की नकुड़ सीट से भाजपा विधायक धर्म सिंह सैनी ने सरकारी आवास और सिक्योरिटी छोड़ दी है. उन्होंने भी स्वामी प्रसाद मौर्य और दारा सिंह चौहान की तरह मंत्री पद छोड़ दिया है. वह जल्द ही लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलेंगे. बताया जा रहा है कि वह सपा में शामिल होंगे.
सहारनपुर की नकुड़ विधानसभा सीट से चार बार के विधायक रहे डॉ. धर्म सिंह सैनी ने गत चुनाव में कांग्रेस के इमरान मसूद को हराया था. इमरान मसूद भी गत दिवस सपा में शामिल हो गए हैं. धर्म सिंह सैनी के सपा के टिकट पर नकुड़ विधानसभा सीट से ही लड़ने की संभावना है.
खास बात यह है कि अब तक के तीन बड़े नेताओं ने अपने इस्तीफानामा में प्रदेश की योगी सरकार को पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग का विरोधी करार दिया है.
विनय शाक्य का इस्तीफानामा.
वह बीजेपी में 13वें विधायक विनय शाक्य ने भी इस्तीफा सौंप दिया है. इस्तीफा देने के साथ ही उन्होंने भाजपा में सबसे पहले इस्तीफा देकर भूचाल लाने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के घर पहुंचे. ऐसे में उनके भी सपा में शामिल होने के आसार बढ़ गए हैं. पिछड़ा वर्ग के नेता कहे जाने वाले विनय शाक्य बिधुना से विधायक हैं. ऐसे में प्रदेश में पिछड़ा समाज के लोगों की राजनीतिक को लेकर पारा हाई हो चुका है.
बाला प्रसाद अवस्थी भी पहुंचे सपा कार्यालय
लखीमपुर से बीजेपी विधायक बाला प्रसाद अवस्थी सपा कार्यालय में पहुंचे हुए हैं. भाजपा में चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही इस्तीफे का दौर तेज हो गया है.
स्वतंत्र देव सिंह ने किया ट्वीट
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने गुरुवार को एक ट्वीट कर भाजपा की पिछड़ा विरोधी छवि को चमकाने की कोशिश की है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ‘ओबीसी समाज को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक प्रतिनिधित्व जितना भाजपा में मिला है उतना किसी सरकार में नहीं मिला. हमारे लिए पी का अर्थ पिछड़ों का उत्थान है. कुछ लोगों के लिए पी का अर्थ सिर्फ पिता-पुत्र-परिवार का उत्थान होता है.’
ओबीसी समाज को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक प्रतिनिधित्व जितना भाजपा में मिला है उतना किसी सरकार में नहीं मिला।
हमारे लिए 'P' का अर्थ 'पिछड़ों का उत्थान' है।
कुछ लोगों के लिए 'P' का अर्थ सिर्फ 'पिता-पुत्र-परिवार' का उत्थान होता है।
— Swatantra Dev Singh (@swatantrabjp) January 13, 2022
योगी कैबिनेट के तीन मंत्री और 11 विधायकों का इस्तीफा
अब तक योगी कैबिनेट के तीन मंत्री और 11 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं. इनमें स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान और धर्म सिंह सैनी शामिल हैं.
- बदायूं जिले के बिल्सी से विधायक राधा कृष्ण शर्मा
- सीतापुर से विधायक राकेश राठौर
- बहराइच के नानपारा से विधायक माधुरी वर्मा
- संतकबीरनगर से भाजपा विधायक जय चौबे
- स्वामी प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री
- भगवती सागर, विधायक, बिल्हौर कानपुर
- बृजेश प्रजापति, विधायक
- रोशन लाल वर्मा, विधायक
- विनय शाक्य, विधायक
- अवतार सिंह भड़ाना, विधायक
- दारा सिंह चौहान, कैबिनेट मंत्री
- मुकेश वर्मा, विधायक
- धर्म सिंह सैनी, कैबिनेट मंत्री
- बाला प्रसाद अवस्थी, विधायक