अलीगढ़,नवसत्ता: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इगलास में 23 दिसंबर को सपा-रालोद की संयुक्त रैली में दोनों ही दलों के नेता शक्ति प्रदर्शन करेंगे. इस रैली में एक बार फिर एसपी प्रमुख अखिलेश यादव और आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी मंच पर होंगे और अपनी ताकत दिखाएंगे. लिहाजा रैली के लिए एसपी और आरएलडी के नेता जुटे हैं और रैली को सफल बनाने के लिए गांवों का दौरा कर रहे हैं.
वहीं आगरा में रविवार को सपा एमएलसी और रैली प्रभारी संजय लाठर ने रैली की तैयारियों की समीक्षा की और पदाधिकारियों को रैली के लिए भीड़ एकत्रित करने के लिए जिम्मेदारी सौंपी. वहीं विधानसभा चुनाव में टिकट चाहने वालों को लक्ष्य दिए हैं और कहा कि जो जितने ज्यादा लोगों को रैली में लाएगा. उसकी दावेदारी उतनी ही मजबूत होगी. वहीं आगरा के सपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन शर्मा ने बताया कि रैली की तैयारियों को परखने के लिए प्रदेश स्तर के दो नेता सोमवार शाम को आगरा आएंगे. असल में पड़ोसी जिला होने के कारण यहां के नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है.
आगरा की छह सीटों के लिए 60 दावेदार
बताया जा रहा है कि आगरा की छह सीटों के लिए 60 दावेदार हैं और वहीं आरएलडी ने तीन सीटों पर दावा किया. बताया जा रहा है कि पार्टी ने सभी नेताओं को जिम्मेदारी दी है. आगरा से 25 हजार लोगों को रैली में जुटाने की कोशिश होगी. वहीं रैली के लिए हर विधानसभा क्षेत्र से भीड़ जुटाने का लक्ष्य दिया गया है. एसपी के साथ ही आरएलडी ने अपने प्रत्याशियों और नेताओं को खेड़ागढ़, फतेहपुर सीकरी और ग्रामीण विधानसभा से भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी है जबकि फतेहाबाद, एत्मादपुर और बाह विधानसभा की जिम्मेदारी एसपी नेताओं को दी गई है.
इगलास में अखिलेश और जयंत की दूसरी रैली
हालांकि इससे पहले एसपी प्रमुख अखिलेश यादव और आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी की मेरठ में रैली हो चुकी है. वहीं अभी तक दोनों ही दलों के बीच सीटों के लेकर बंटवारा नहीं हो सका है. कहा जा रहा है कि एसपी आरएलडी को तीन दर्जन सीटें दे सकती हैं और कुछ सीटों पर एसपी नेता आरएलडी के टिकट पर चुनाव लड़ सकते हैं.