लखनऊ,नवसत्ता : यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले सूबे के नेताओं के दल बदलने का दौर जारी है. अब भारतीय जनता पार्टी ने गाजीपुर जिले की सैदपुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के विधायक सुभाष पासी को अपनी ओर खींच लिया है. सुभाष ने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह और कल लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी. आज दोपहर में वह बीजेपी में शामिल हो गये.
उनका भाजपा में स्वागत करते हुए प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा का सफाया होना तय है. भाजपा एक बार फिर प्रचंड बहुमत से प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने जा रही है. प्रदेश की जनता विकास चाहती है.
सुभाष पासी के इस कदम के बाद सपा की गाजीपुर में बड़ी क्षति मानी जा रही है. 2017 में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विद्यासागर सोनकर को हराया था. उस चुनाव में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत सैदपुर में झोंक दी थी.
सुभाष पासी मूल रूप से मालवीय नगर, नगर पंचायत सैदपुर, के रहने वाले हैं उनकी पत्नी रीना पासी जिला पंचायत की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. उन्होंने वर्ष 1975 में पुणे बोर्ड महाराष्ट्र से हाईस्कूल तक की शिक्षा प्राप्त की. वर्ष 2012 में चुनाव लड़े और विधायक बन गए. इनका मुख्य कारोबार मुंबई में है और परिवार के साथ वहीं रहते हैं. कयास लगाये जा रहे हैं कि सपा विधायक सुभाष पासी के अलावा कुछ और विधायकों के साथ ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य भी भाजपा में शामिल होंगे. वहीं बसपा के दर्जनों पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी पार्टी की सदस्यता लेंगेे.
इससे पहले सपा प्रमख अखिलेश यादव ने पिछले दिनों बीजेपी के सीतापुर से विधायक राकेश राठौर को अपने खेमे में शामिल कर लिया तो अब बीजेपी ने सपा के दो बार के विधायक सुभाष पासी को अपने पाले में कर लिया है.