दिसंबर तक टाटा को मिल सकता है एयर इंडिया का मालिकाना हक
नई दिल्ली,नवसत्ता : सरकारी कंपनी एयर इंडिया को टाटा खरीदने जा रहा है. कहा जा रहा है कि दिसंबर तक टाटा को एयर इंडिया का मालिकाना हक मिल सकता है. न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, एयर इण्डिया के लिए पैनल ने टाटा ग्रुप को चुन लिया है. दरअसल एयर इंडिया के लिए टाटा ग्रुप और स्पाइसजेट के अजय सिंह ने बोली लगाई थी. रिपोर्ट के मुताबिक सरकार इसकी घोषणा जल्द कर सकती है.
आपको बता दें कि जेआरडी टाटा ने 1932 में टाटा एयरलाइंस की स्थापना की थी. दूसरे विश्व युद्ध के वक्त विमान सेवाएं रोक दी गई थीं. जब फिर से विमान सेवाएं बहाल हुईं तो 29 जुलाई 1946 को टाटा एयरलाइंस का नाम बदलकर उसका नाम एयर इंडिया लिमिटेड कर दिया गया. आजादी के बाद 1947 में एयर इंडिया की 49 फीसदी भागीदारी सरकार ने ले ली थी. 1953 में इसका राष्ट्रीयकरण हो गया.
सरकार का मकसद दिसंबर 2021 तक एयर इण्डिया डील को पूरा करना है. सरकर अपना विनिवेश का टारगेट पूरा करने के लिए यह डील जल्द से जल्द पूरा करना चाहती है. इसके साथ ही इसी वित्त वर्ष सरकार एलआईसी में भी अपना हिस्सा बेच सकती है.
दरअसल, साल 2007 से. 2007 में सरकार ने एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस का मर्जर कर दिया था. मर्जर के पीछे सरकार ने फ्यूल की बढ़ती कीमत, प्राइवेट एयरलाइन कंपनियों से मिल रहे कॉम्पिटीशन को वजह बताया था. हालांकि, साल 2000 से लेकर 2006 तक एयर इंडिया मुनाफा कमा रही थी, लेकिन मर्जर के बाद परेशानी बढ़ गई. कंपनी पर कर्ज लगातार बढ़ता गया. कंपनी पर 31 मार्च 2019 तक 60 हजार करोड़ से भी ज्यादा का कर्ज था. वित्त वर्ष 2020-21 के लिए अनुमान लगाया गया था कि एयरलाइन को 9 हजार करोड़ का घाटा हो सकता है.
बता दें कि इससे पहले 2018 में भी सरकार ने एअर इंडिया के विनिवेश की तैयारी की थी.उस समय सरकार ने एअर इंडिया में अपनी 76 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का फैसला लिया था. इसके लिए कंपनियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट मंगवाए गए थे, जिसे सब्मिट करने की आखिरी तारीख 31 मार्च 2018 थी, लेकिन निर्धारित तारीख तक सरकार के पास एक भी कंपनी ने ईओआई सब्मिट नहीं किया था. इसके बाद जनवरी 2020 में नए सिरे से प्रक्रिया शुरू की गई.
इस बार 76 फीसदी की जगह 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का फैसला लिया गया. कंपनियों को 17 मार्च 2020 तक एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट सब्मिट करने को कहा गया, लेकिन कोरोना की वजह से एविएशन इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित हुई, इस वजह से कई बार तारीख को आगे बढ़ाया गया और 15 सितंबर 2021 आखिरी तारीख निर्धारित की गई.