अब जाति, मजहब, क्षेत्र देखकर नहीं दिया जाता जनहित की योजनाओं का लाभ : सीएम योगी
पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर गोरखपुर विश्वविद्यालय स्थित प्रतिमा पर मुख्यमंत्री ने अर्पित की पुष्पांजलि
गोरखपुर,नवसत्ता: एकात्म मानववाद व अंत्योदय के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर विश्वविद्यालय स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के कल्याण के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी अंत्योदय का सपना देखा था. सात वर्षों से वही सपना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में साकार हो रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश मे पीएम मोदी की अगुवाई में समाज के अंतिम पायदान के व्यक्ति के लिए लोक कल्याणकारी योजनाएं लागू हुई हैं. पंडित दीन दयाल उपाध्याय का स्पष्ट मत था कि हमारी योजनाओं का आधार समाज के सम्पन्न नहीं, अंतिम पायदान का व्यक्ति होना चाहिए. आज उनका यह सपना साकार हो रहा है. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हर गरीब को आवास, शौचालय, हर गरीब महिला को ऊर्जा के लिए ग्रीन एनर्जी के रूप में मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन, हर गरीब को आयुष्मान योजना से पांच लाख रुपये तक स्वास्थ्य सुरक्षा कवर जैसी योजनाओं का लाभ मिल रहा है. इन योजनाओं का लाभ किसी का चेहरा, जाति, मजहब या क्षेत्र देखकर नहीं दिया जाता है. यह केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से अंत्योदय के लक्ष्य को प्राप्त करते हुए उनके जीवन में खुशहाली लाने का प्रयास है.
दुनिया के सामने रखा लोक कल्याणकारी सरकार का मानवीय चेहरा
सीएम योगी ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोनाकाल के दौरान भी ऐसे कार्यक्रम प्रारम्भ हुए हैं जिसने लोक कल्याणकारी सरकार के मानवीय चेहरे को दुनिया के सामने रखा है. महामारी में बीमारी से तो मौतें होती हैं लेकिन बीमारी से अधिक मौतें भूख से होती हैं. एक लोक कल्याणकारी सरकार अपनी मानवीय संवेदनाओं को जनमानस के प्रति किस प्रकार व्यक्त करती है, इसका उदाहरण पूरी दुनिया ने देखा है. 2020 में आठ माह तक हर व्यक्ति को मुफ्त राशन दिया गया. इस वर्ष मई से नवम्बर तक इसे फिर से प्रारम्भ किया गया. विगत 24 माह में 15 माह मुफ्त राशन दिया गया. उत्तर प्रदेश में 15 करोड़ लोग और देश में 80 करोड़ लोग इससे लाभान्वित हुए.
‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना को साकार करने का जरिया बन रहा एकात्म मानववाद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 1950 के दशक में सरकार का मानवीय चेहरा क्या हो, पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने सरकार को झकझोरने के लिए जिन शब्दों का वर्णन किया, हो सकता है कि उस समय सरकारों ने उसे गंभीरता से न लिया हो. पर, साठ दशक बाद पंडित उपाध्याय का यह सपना पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरा हो रहा है. यह एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को भी आगे बढ़ाने का माध्यम बनेगा. सीएम ने कहा कि पंडित दीनदयाल की जयंती पर आज हर ब्लॉक में गरीब कल्याण मेला का आयोजन किया जा रहा है. इस मेले में आरोग्य जांच होगी, दिव्यांग को उपकरण वितरण, किसानों को कृषि यंत्रों का वितरण भी किया जाएगा. हर नागरिक के जीवन में सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ कैसे उपलब्ध हो सके, इस दिशा में गरीब कल्याण मेला महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा.