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जिले के शराब माफियाओं की ताकत के सामने धराशाई हुआ प्रशासन

अक्षय मिश्रा

आखिर कौन है इन शराब माफियाओं के गुप्तचर ?

शराब माफिया ने दोहराया बिकरू कांड जैसी वारदात, बाल बाल बचे पुलिसकर्मी 

रायबरेली, नवसत्ता : उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में शराब तस्करों द्वारा अंजाम दी गई घटना ने एनकाउंटर में मारे गए मोस्ट वांटेड हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के गैंग द्वारा बीते साल कानपुर के विकरू कांड की याद को ताजा कर दिया है, रायबरेली में शुक्रवार कि रात रायबरेली में बेखौफ शराब माफियाओं ने ठीक उसी तरह बिकरू कांड जैसी घटना को अंजाम देने का भरसक प्रयास किया।

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में जहरीली शराब से 30 लोगों की मौत हो जाने के बाद रायबरेली का सरकारी तंत्र हरकत में आ गया था।आपको बता दें कि जगतपुर पुलिस को सूत्रों से हवाला मिला की थुलरई ग्राम में अवैध शराब के कारोबार तेजी से चल रहा है जिसकी जानकारी प्राप्त होते ही पुलिस टीम ने शुक्रवार की रात गांव में शराब का कारोबार करने वालों की घेराबंदी करते हुए दबिश दी गई।

पहले से ही चौकन्ना रहे शराब माफियाओं ने पुलिस पर ताबड़तोड़ हमला बोल दिया पुलिस टीम पर शराब माफियाओं ने पथराव करके जान से मारने का प्रयास किया गया, जिस पर पुलिस असहज होकर तालाब में कूद कर अपनी जान बचाई, इस मामले में पुलिस की गाड़ी भी बुरी तरीके से क्ष्रतिग्रत हो गई।बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर इन शराब माफियाओं के गुप्तचर कौन है उन्हें कैसे यह आभास हो जाता है कि पुलिस छापेमारी के लिए आ रही है।जगतपुर कांड के बाद रायबरेली में पुलिस व्यवस्था की पोल परत दर परत खुलती जा रही है, पुलिस को रौंदने की ताकत आखिर इन शराब माफिया के अंदर कैसे आई इस पर भी प्रश्नचिन्ह लगना लाजमी है। जगतपुर थाना अंतर्गत जब इतने बड़े शराब कारोबारी जनपद में इस घटना के पश्चात शराब माफिया की ताकत का अंदाजा तो अब पुलिस को भी हो चुका होगा। आपको बता दें कि रायबरेली जनपद में शराब माफिया धड़ल्ले से शराब बिक्री कर रहे हैं लेकिन इन पर कोई कड़ा एक्शन न होने की वजह से यह अपने धंधे में इतना लिप्त हो चुके हैं कि इस पर रोक लगाने वाले के साथ किसी भी हद तक जा सकते हैं। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जहरीली शराब के कारण लगभग अब तक 28 लोग अपनी जान गवां चुके है। इसी को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन द्वारा शराब माफिया पर सख्ती बरतने के लिए शराब के कारोबारियों पर दबिश डालने पहुंची लेकिन मामला वहां उल्टा ही दिखा वहां पर सचेत शराब माफिया लाठी डंडों व पत्थरों से पुलिस को जान से मारने का प्रयास किया गया। पुलिस की टीम शुक्रवार की रात को जगतपुर थाना अंतर्गत थूलरई गांव में चल रहे अवैध शराब के कारोबार को बंद कराने गई थी लेकिन कानून के इस खस्ताहाल राज में खुद के ही जान के लाले पड़ गए।

पुलिस जान बचाने के लिए मजबूरन तलाब में कूद गई। तालाब में कूदकर किसी तरह अपनी जान बचाई, आला अफसरों को सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स पहुंची, पुलिस फोर्स के वक़्त पर पहुंचकर तालाब में छिपे जान बचाए पुलिस कर्मियों को बचाया गया।

पुलिस की दबिश पर भी लग रहा प्रश्न चिन्ह

जनपद में आम आदमी की सुरक्षा की कमान संभाले पुलिसकर्मियों के साथ अगर ऐसी वारदातें हो तो इन पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं, रायबरेली में घटी इस वारदात के बाद जनपद में यह बात चर्चा का विषय बनी हुई है, पुलिस के नाक के नीचे शराब माफिया अवैध शराब का कारोबार फैलाए हुए हैं तो अभी तक इन पर छापेमारी क्यों नहीं की गई ? सब जानकर भी जगतपुर पुलिस आखिर अनजान क्यों रही ? जब आला अफसरों द्वारा पेच कसा जाता है तब ही क्यों सो रहे थानेदार व अधिकारी जगते हैं ? आखिर इन शराब माफियाओं के गुप्तचर कौन हैं ? उन्हें या कैसे पता चल जाता है कि पुलिस छापेमारी के लिए आ रही है ? ऐसे प्रश्न चिन्ह पुलिस की कार्यप्रणाली पर धब्बा लगा रही है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक सचेत करने वाले गुप्तचर पुलिस विभाग में भी मुस्तैद है। इस घटना के बाद यह तो जाहिर हो गया कि सिर्फ पुलिस के हाथ नहीं अपराधियों के हाथ भी लंबे होते हैं। सवाल तो यह भी है कि इन बेखौफ शराब माफियाओं के पास इतनी ताकत कहां से आई कि वह अब पुलिस पर भी धावा बोल देते हैं ? इस घटनाक्रम के बाद जनपद की पुलिस कटघरे में खड़ी हो गई है फिलहाल पुलिस अधीक्षक की सूझ बूझ व अपनी सतर्कता का परिचय देते हुए मामले को संभाल लिया है और 5 लोगों को गिरफ्तार कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।

क्या कहते हैं एडिशनल एसपी : विश्वजीत श्रीवास्तव

वहीं जब इस मामले की जानकारी लेने के लिए एडिशनल एसपी विश्वजीत श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस तरीके की घटना जनपद में पहली बार हुई हैं। जगतपुर पुलिस को सूचना मिलने पर शराब माफियाओं पर दबिश देने पहुंची तो शराब माफियाओं द्वारा हमला बोल दिया गया जिस पर पांच आरोपी गिरफ्तार हो गए हैं व अन्य की छानबीन चल रही है जल्द ही गिरफ्तारी कराकर कठोर कार्यवाही की जाएगी।

ऐसी कोई आशंका नहीं थी कि शराब माफिया करेंगे उत्पात : सीओ अशोक सिंह

वही जब इस बाबत क्षेत्राधिकारी अशोक सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले की सूचना मिलने पर हमारी पुलिस दबिश देने पहुंची तो वहां पर शराब माफियओं ने पुलिस पर अकस्मात हमला कर दिया। सूचना मिलने पर भारी फोर्स के साथ वहां पहुंची, जिसमें पांच आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लेकर कार्यवाही शुरू कर दी है।

 

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