लखनऊ,नवसत्ता: उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव-2022 से पहले योगी सरकार डॉक्टरों की रिटायरमेंट उम्र को लेकर बड़ा फैसला करने जा रही है. जिसके तहत डॉक्टरों की रिटायरमेंट उम्र 65 से बढ़ाकर 70 वर्ष की जाएगी.
दरअसल योगी सरकार ने कोरोना और अन्य बीमारियों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग में यह फैसला करने की तैयारी की है. जानकारी के अनुसार इस निर्णय से संबंधित प्रस्ताव पर जल्द ही योगी सरकार की कैबिनेट बैठक में मुहर लगाई जाएगी.
उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा है कि हमें ज्यादा अनुभव वाले डॉक्टरों की आवश्यकता है. डॉक्टर रिटायरमेंट के बाद अपना कोई प्राइवेट क्लीनिक खोलें, इससे बेहतर है कि वह अपनी सेवाएं हमें ही दें. इसको देखते हुए हमने प्रस्ताव तैयार किया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस पर अपनी सहमति भी दे दी है. जल्द ही इसे कैबिनेट से मंजूरी दी जाएगी.
वहीं सरकार के कार्यकाल के संबंध में वरिष्ठ मंत्री ने कहा कि योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में अब तक लोक संकल्प पत्र का हर वादा पूरा किया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमने वो काम किये हैं, जो सोचना भी सपा और बसपा के लिए मुश्किल था. कोरोना को लेकर अभी राज्यों के हालात बेहद बुरे हैं लेकिन यूपी जैसे बड़े राज्य में आज 35 से ज्यादा ऐसे जिले हैं, जो कोरोना से मुक्त हो चुके हैं. यहां तक कि वैक्सीनेशन के मामले में भी हमने बाकि राज्यों को पीछे छोड़ दिया. आज यूपी में 50 प्रतिशत से ज्यादा आबादी वैक्सीन की पहली डोज ले चुकी है. इस सरकार में जितने मेडिकल कॉलेज खोले गये वो किसी सरकार में नही खोले गये हैं. विपक्ष के पास आज कोई मुद्दा नहीं है.
सुरेश खन्ना ने आगामी चुनाव को लकर कहा कि विपक्ष के पास फिलहाल कोई मुद्दा नहीं है. वो सिर्फ किसानों को भड़काकर अपनी दुकान चलाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनकी दाल नहीं गलने वाली है. जनता ने हम पर जो भरोसा किया था, हम उनसे खरे उतरे हैं.