कोलकाता,नवसत्ता : कोलकाता में फर्जी टीकाकरण के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने एक साथ 10 स्थानों पर छापेमारी की है। एक अधिकारी के मुताबिक, ईडी की रेड कोलकाता में मुख्य आरोपी देबंजन देब से जुड़े मामले में की जा रही है।
इससे पहले कोलकाता हाईकोर्ट ने इसी मामले की सुनवाई करते हुए पश्चिम बंगाल सरकार को आरोपी देबंजन देब द्वारा कथित रूप से फर्जी कोविड-19 टीकाकरण शिविर आयोजित करने के मामले में जांच की प्रगति पर एक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया था।
वहीं पश्चिम बंगाल में फर्जी टीकाकरण का मामला सामने आने के बाद से भाजपा ममता बनर्जी सरकार पर हमलावर है। भाजपा का कहना है कि कोलकाता नगर निगम की नाक के नीचे वैक्सीन की धोखाधड़ी कैसे हुई। भाजपा का आरोप है कि नगर निगम के दस्तावेजों का इस्तेमाल कर ऐसे कैंप चलाए गए। दरअसल, देब की ओर से दक्षिण कोलकाता के कसाबा क्षेत्र में आयोजित फर्जी कोविड-19 टीकाकरण शिविर में तृणमूल कांग्रेस की सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती समेत सैकड़ों लोगों को फर्जी टीके लगाए गए थे।
इसी मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय ने आज कोलकाता में 10 जगहों पर एक साथ छापेमारी की है। अभी तक की खबर के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने कई जगहों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं।
बता दें कि इससे पहले 28 वर्षीय देब को 23 जून को फर्जी टीकाकरण शिविर संचालित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस शिविर में अभिनेत्री और तृणमूल कांग्रेस की सांसद मिमी चक्रवर्ती ने भी टीके की खुराक ली थी।