Navsatta
खास खबरचर्चा मेंदेशविदेश

अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी का भाई तालिबान में शामिल

काबुल,नवसत्ता : देश छोड़कर भागने वाले अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी के भाई ने भी अब अफगानियों को धोखा दे दिया है। हशमत गनी ने कथित तौर पर तालिबान से हाथ मिलाया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, हशमत गनी ने तालिबानी नेता खलील-उर-रहमान और धार्मिक नेता मुफ्ती महमूद जाकिर की उपस्थिति में आतंकवादी समूह के लिए अपने समर्थन की घोषणा की है।

अशरफ गनी इस समय अपने परिवार के साथ संयुक्त अरब अमीरात में हैं। काबुल न्यूज ने बुधवार को कई ट्वीट कर जानकारी दी थी कि काबुल से भागने के बाद गनी यूएई के अबू धाबी में सेटल हो गए हैं। पहले वह पड़ोसी देश ताजिकिस्तान गए थे लेकिन यहां उनके विमान को लैंडिंग की अनुमति नहीं दी गई। हालांकि गनी ने बाद में अपने देश छोड़कर जाने का बचाव भी किया और कहा कि उनके पास और कोई विकल्प नहीं था और वह ‘देश के भविष्य के लिए विकास योजनाओं में योगदान देना जारी रखेंगे’।

हशमत गनी के तालिबान के साथ मिलने से अशरफ गनी के लिए शर्मनाक स्थिति पैदा हो गई है। इससे पहले ही अशरफ गनी 12 अरब 57 करोड़ रुपए लेकर फरार होने के आरोपों का सामना कर रहे हैं। हालांकि खुद अशरफ गनी ने इन आरोपों का खंडन किया था और कहा था कि वे अपने जूते तक नहीं पहन पाए थे और उन्हें अफगानिस्तान से जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। अशरफ गनी ने बुधवार को एक वीडियो मैसेज जारी करके कहा था कि काबुल को तालिबान ने घेर लिया था और वह रक्तपात को रोकने के लिए देश छोड़कर गए।

अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने बाद में खुद देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति घोषित कर दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि संविधान के अनुसार, अगर राष्ट्रपति अनुपस्थित रहे, उनकी मौत हो जाए या फिर वो इस्तीफा दे दें, तो उनकी गौर मौजूदगी में उपराष्ट्रपति कार्यवाहक राष्ट्रपति बन जाता है। सालेह ने तालिबान को लेकर कहा है कि जंग अभी खत्म नहीं हुई है। ऐसा माना जा रहा है कि वह अभी पंजशीर प्रांत में ही हैं और तालिबान के खिलाफ विद्रोह की तैयारी कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, स्थानीय मुजाहिद्दीन लड़ाकों ने कुछ तालिबानियों को मार गिराया है और समूह से पुल-ए-हेसार, देह सलाह और बानु जिलों को वापस ले लिया है।

संबंधित पोस्ट

लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने लिए दो अहम फैसले

navsatta

वैष्णो देवी मंदिर में हादसा, 12 लोगों की मौत, कश्मीर श्राइन बोर्ड व एलजी ने किया मुआवजे का एलान

navsatta

देश में कोरोना वायरस के 1,335 नए मामले, 52 मरीजों की मौत

navsatta

Leave a Comment