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बाइडेन प्रशासन में ग्रीन कार्ड की बर्बादी, भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स में नाराजगी

नई दिल्ली,नवसत्ता: अमेरिका में लगभग एक लाख रोजगार-आधारित ग्रीन कार्ड दो महीने से भी कम समय में बर्बाद होने का खतरा है जिससे भारतीय आईटी पेशेवरों में नाराजगी है। ग्रीन कार्ड के बर्बाद होने की वजह से आईटी प्रोफेशनल्स का वैध स्थायी निवास का इंतजार अब दशकों तक के लिए बढ़ गया है।

ग्रीन कार्ड, जिसे आधिकारिक तौर पर स्थायी निवासी कार्ड के रूप में जाना जाता है, अप्रवासियों को जारी किया गया एक दस्तावेज है जो इस बात का प्रमाण है कि धारक को अमेरिका में स्थायी रूप से रहने का विशेषाधिकार दिया गया है।

भारतीय प्रोफेशनल संदीप पवार ने को बताया कि इस साल आव्रजकों के लिए रोजगार आधारित कोटा 2,61,500 है, जो 1,40,000 के सामान्य तौर पर कोटा से काफी ज्यादा है।

दुर्भाग्य से, कानून के तहत, अगर ये वीजा 30 सितंबर तक जारी नहीं किए जाते, तो ये हमेशा के लिए बर्बाद हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि ‘अमेरिकी नागरिकता एवं आव्रजन सेवा’ या यूएससीआईएस द्वारा वीजा प्रक्रिया की मौजूदा गति दिखाती है कि वे 1,00,000 से ज्यादा ग्रीन कार्ड बेकार कर देंगे। इस तथ्य की वीजा उपयोग निर्धारित करने वाले विदेश मंत्रालय के प्रभारी ने हाल में पुष्टि भी की थी।

पवार ने खेद जताया कि अगर यूएससीआईएस या बाइडेन प्रशासन कोई कदम नहीं उठाता तो इस साल उपलब्ध अतिरिक्त 1,00,000 ग्रीन कार्ड बर्बाद हो जाएंगे। इस संबंध में पूछे गए प्रश्नों पर व्हाइट हाउस ने कोई जवाब नहीं दिया। इस बीच, अमेरिका में रह रहे 125 भारतीयों एवं चीनी नागरिकों ने प्रशासन द्वारा ग्रीन कार्ड बर्बाद होने से रोकने के लिए एक मुकदमा दायर किया है। पवार ने कहा, अधिकतर संभावित लाभार्थी, जैसे कि मैं, भारत से हैं, एक ऐसा देश जो स्वाभाविक रूप से नस्लवादी और भेदभावपूर्ण प्रति-देश कोटा के कारण सबसे पीछे है। कई के जीवनसाथी भी यहां हैं, जिनमें ज्यादातर महिलाएं हैं, जो स्थायी निवासी बनने तक काम करने में असमर्थ हैं।

संदीप पवार ने कहा, कई के बच्चे हैं जिनकी आश्रित की श्रेणी में आने वाली उम्र पार होने वाली है और उन्हें खुद से देश छोड़कर जाने पर मजबूर होना पड़ेगा। जबकि वे सिर्फ इसी देश को जानते हैं। अगर ये ग्रीन कार्ड जारी नहीं किए जाते तो नुकसान अथाह एवं अपूर्णीय है।

इम्पैक्ट के कार्यकारी निदेशक नील मखीजा, जिन्होंने एक प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में राष्ट्रपति जो बिडेन से मुलाकात की, ने कहा कि उन्होंने ग्रीन कार्ड कैप और कोटा को समाप्त करके आव्रजन कानूनों में सुधार करने का आग्रह किया और सभी सपने देखने वालों की सुरक्षा के प्रयासों में दीर्घकालिक वीजा धारकों के 200,000 बच्चों को शामिल किया।

‘द वाशिंगटन पोस्ट’ के एक ऑप-एड में कैटो इंस्टीट्यूट के एक रिसर्च फेलो डेविड जे बियर ने आरोप लगाया कि ग्रीन कार्ड की इस बर्बादी के लिए बाइडेन प्रशासन जिम्मेदार है। पिछले हफ्ते, अमेरिकी सरकार ने घोषणा की कि उसने ग्रीन कार्ड के आवेदनों को इतनी धीमी गति से संसाधित किया है कि यह वार्षिक सीमा का उपयोग करने से कम से कम 100,000 स्लॉट कम हो जाएगा।

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