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उत्तर प्रदेश के तटवर्ती इलाकों में गहराया बाढ़ का खतरा

लखनऊ,नवसत्ताः पहाड़ी इलाके के साथ उत्तर प्रदेश में हो रही बारिश के चलते गंगा,यमुना,घाघरा,शारदा और चंबल व क्वानो नदी खतरे से उपर बह रही है,जिससे तटवर्ती इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। राज्य सरकार के मुताबिक सभी तटबंध सुरक्षित हैं और बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
मथुरा से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार मथुरा में यमुना का जलस्तर लगातार शाम चार बजे प्रयाग घाट पर यमुना का जलस्तर 164 दशमलव 900 मीटर था जब कि यहां चेतावनी स्तर 165 दशमलव 200 मीटर एवं खतरे के निशान 166 मीटर पर है। हमीरपुर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार आज रात मध्य रात्रि के बाद यमुना खतरे का निशान पार कर जायेगी। हमीरपुर जिले में यमुना व बेतवा नदिया उफान पर है, राजस्थान के कोटा से यमुना नदी में बीस लाख क्यूसेक पानी आने से आज देर रात यमुना व बेतवा दोनों नदिया खतरे का निशान पार कर जायेगी। मौदहा बांध के अधिशासी अभियंता ने बाढ़ का एलर्ट जारी कर दिया है।

जिलाधिकारी ज्ञानेश्वर त्रिपाठी व पुलिस अधीक्षक के के दीक्षित ने इलाके का जायजा लिया और पंप का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये है। मौदहा बांध के सहायक अभियंता सुरजीत वर्मा ने बताया कि इस समय यमना नदी का जल स्तर 101.940 मीटर है कोटा से पानी छोडें जाने के बाद जल स्तर बढ़कर 103.16 हो जायेगा यमुना का खतरे का निशान 103 मीटर है। इसी प्रकार बेतवा नदी का जल स्तर इस समय 101.180 मीटर है रात बारह बजे के बाद नदी का जलस्तर बढ़कर 104.236 मीटर पहुच जायेगा। बेतवा नदी का खतरे का निशान 104
मीटर बताया जाता है। दोनो नदियो हरेक घंटा 15 सेमी प्रतिघंटा की दर से बढ़ रही है,दोनो नदियो के किनारे किनारे बसे गांवों के ग्रामीणों को सतर्क कर दिया गया है।


कुशीनगर से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार एपी तटबंध पर बड़ी गंडक नदी में कटान तेज होने से ठोकर के नोज का लगभग बीस मीटर हिस्सा कट गया है। कुशीनगर में बाघाचैर गांव के नोनियापट्टी टोला के सामने मंगलवार को अचानक बड़ी गंडक नदी में कटान तेज हो गया और ठोकर की नोज का लगभग बीस मीटर हिस्सा नदी में समा गया। इससे गांव में अफरा-तफरी मच गई। बड़ी गंडक नदी का जलस्तर कम हो जाने के बाद भी एपी बांध पर बाघाचैर ग्राम सभा के नोनियापट्टी में किलोमीटर 12.860 पर बने ठोकर से कटान का खतरा बना हुआ है। बाढ़खंड के अभियंताओं ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू करा दिया।
इस बीच राज्य के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने बताया कि प्रदेश के वर्तमान में सभी तटबन्ध सुरक्षित हैं, कहीं भी किसी प्रकार की चिन्ताजनक परिस्थिति नहीं है। उन्होंने बताया कि गंगा नदी कचलाब्रिज बदायूं, बलिया यमुना नदी औरैया, शारदा नदी पलियाकलां खीरी, घाघरा नदी बलिया में तथा क्वानों चन्द्रीपघाट गोंडा एवं चम्बल नदी खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है। अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।

 

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