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झोलाछापों पर कार्रवाई से क्यों घबरा रहे अधिकारी

सफेदपोश का दबाव या चढ़ावे का असर, कार्रवाई ना होने पर लग रहा प्रश्न चिन्ह

अक्षय मिश्रा
रायबरेली, नवसत्ता : ‘अगर रहबर ही कर ले दोस्ती, चुपचाप रहजन से, किधर पर जायेगा ये कारवां, भगवान ही जाने’ यह लाइने आज की स्वास्थ्य व्यवस्था की कमान संभाले अफसरों पर सटीक बैठ रही है,  जनपद में झोलाछापों का एक अटूट सिंडिकेट चल रहा है। अधीक्षक से लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी तक इस बात की जानकारी होने के बाबजूद कोई कार्यवाही ना होना भी आला अफसरों के कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है ? स्वास्थ्य विभाग द्वारा झोलाछापों पर कार्यवाही ना करना अफसरों कि मिलीभगत साफ दर्शा रही हैं।
प्रश्न यह भी उठता है कि आखिर जानकारी होने के बाद भी प्रशासन झोलाछापों पर कार्यवाही करने से क्यों घबरा रहा है, कही सफेद पोश नेताओ के दबाव तले तो नहीं दबा जा रहा स्वास्थ्य महकमे डंडा ऐसे भी प्रश्न चिन्ह महकमे पर उठ रहे है ? कोरोना काल में गांवों में अपनी दुकान चला रहे झोलाछापों से इलाज कराना खतरनाक साबित हो सकता है। ऐसे झोलाछाप पैसों के लालच में बिना जांच कराए ही मरीजों का इलाज शुरू कर देते हैं। इनके द्वारा दी गई गलत दवा के सेवन से हालत और बिगड़ सकती है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है,ऐसा ही कहना है डॉ भावेश के बताए अनुसार झोलाछापों के इलाज के बाद आराम ना मिलने पर मरीज हमारे पास आते हैं, उनके दवाओं के दुष्प्रभाव का खामियाजा मरीज को भुगतना पड़ता है, केस हम डॉक्टरों तक पहुंचते – पहुंचते मरीज की हालत इतनी नाजुक हो जाती है कि मरीज का इलाज करना भी किसी चुनौती से कम नहीं रहता।
 वही बात अगर सीएमओ की करे तो उनका एक ही रटा रटाया जवाब रहता है कि “कार्यवाही होती रहती है और कार्यवाही की जाएगी” लेकिन सच्चाई यह है कि कार्यवाही के नाम पर महज सांठ गांठ ही होती है। यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि झोलाछापों पर कार्यवाही ना होने पर आमजनमानस के शब्द है।
आपको बता दें कि अर्शे से जमे झोलाछापों की चमड़ी इतनी मोटी हो गई है कि उन्हें सरकारी तंत्र वा कानून व्यवस्था का जरा भी भय नहीं। रायबरेली सीएमओ के रहमों करम  पर जनपद में शहर,कस्बों व ग्रामीण इलाकों में झोलाछापों का सिंडिकेट धड़ल्ले से जारी है।अब देखना यह होगा कि झोलाछापों पर कार्यवाही होती है या झोलाछाप अफसरों पर चढ़ावा चढ़ा कर अपना धंधा जारी रखते है।

क्या कहते है जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव

वही जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव से इस बाबत बात हुई तो उन्होंने बताया कि झोलाछापों पर कार्यवाही के निर्देश मुख्यचिकित्सा अधिकारी रायबरेली को दिए जाएंगे व इन पर जल्द ही कार्यवाही की जाएगी।

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