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कोरोना में अस्पतालों का हाल बेहाल, कोरा दावा कर रही सरकार

विपिन कुमार शर्मा

देवरिया, नवसत्ता : ऑक्सीजन के लिए मरीज अस्पतालों में गुहार लगा रहा है, लेकिन आलम यह की सरकारी अस्पतालों में न तो ऑक्सीजन है और न ही इलाज की कोई व्यवस्था नहीं है। वहाँ सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ लगातार कहते हैं कि आ रहे हैं कि प्रदेश के सभी सरकारी अस्पताल में किसी भी चीज की कोई कमी नहीं है। जब मुखिया के वादों की हकीकत जानने नवसत्ता की टीम देवरिया के बाबू मोहन सिंह जिला अस्पताल के इमरजेंसी पहुंची तो नजारा चौकाने वाला था। बिस्तर और ऑक्सीजन के आभव में रोगी दम तोड़ रहे थे। कुछ मरीज जमीन पर लेट कर अपना इलाज करा रहे थे।
जिला अस्पताल में एक महिला मरीज को बेड न मिलने पर वह बिस्तर के नीचे जमीन पर पड़ी मिली। आलम यह था कि मरीजों को ऑक्सीजन तो लगा दी गई थी, लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म था। लोग डाक्टरों व कोविद हेल्प डेस्क पर फोन कर अपने मरीज की जिंदगी बचाने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए गुहार लगा रहे हैं। कई रोगी अपनों की गोद में लेट कर अपना इलाज करा रहे थे। अस्पताल का यह दृश्य देख किसी का भी दिल दहल उठेगा।
तीमारदार राहुल गुप्ता का कहना था कि वह 2:00 बजे से अस्पताल में आए हैं, लेकिन कोई डॉक्टर नहीं है और न ही कोई डॉक्टर हमारे मरीज को देखने आ रहा है। 3 घंटे बाद हमारे मरीज की इंट्री की गई है और ऑक्सीजन लगा दी गई है। बिस्तर न मिलने पर रोगी को नीचे की जमीन पर लिटा दिया गया है। कोई डॉक्टर या स्टाफ हमारे मरीज को देखने तक नहीं आया है।


रत्नेश कुमार का कहना था कि वह अपनी मां को लेकर अस्पताल आए थे। अस्पताल में न केवल बिस्तर मिला है और न ही इलाज। उनका ऑक्सीजन लेवल कम था। ऑक्सीजन न मिलने की वजह से मां ने दम तोड़ दिया। यहां कोई स्टाफ न होने की वजह से उनकी बॉडी अंदर ही पड़ी हुई है। एर्केन का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन यहां कोई एर्केन दिखाई नहीं दे रहा है। रिपोर्ट जिला अस्पताल में एक महिला मरीज को बेड न मिलने पर वह बिस्तर के नीचे जमीन पर पड़ी मिली। आलम यह था कि मरीजों को ऑक्सीजन तो लगा दी गई थी, लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर में ऑक्सीजन खत्म था। लोग डाक्टरों व कोविड हेल्प डेस्क पर फोन कर अपने मरीज की जिंदगी बचाने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए गुहार लगा रहे हैं। कई रोगी अपनों की गोद में लेट कर अपना इलाज करा रहे थे। अस्पताल का यह दृश्य देख किसी का भी दिल दहल उठेगा।
जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने कहा कि जिला अस्पताल में 25 बेड का वार्ड क्रियाशील है। 30 बिस्तर का एक कोविड वार्ड क्रियाशील हैं। इसी वार्ड में एक से दो दिन इसकी क्षमता बढ़ाई जाएगी। बिस्तर और स्वास्थ्य सुविधा को बढ़ाया जा रहा है।
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